Close Menu
Rashtra SamvadRashtra Samvad
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • होम
    • राष्ट्रीय
    • अन्तर्राष्ट्रीय
    • राज्यों से
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
      • ओड़िशा
    • संपादकीय
      • मेहमान का पन्ना
      • साहित्य
      • खबरीलाल
    • खेल
    • वीडियो
    • ईपेपर
      • दैनिक ई-पेपर
      • ई-मैगजीन
      • साप्ताहिक ई-पेपर
    Topics:
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Home » झारखंड उच्च न्यायालय के नए भवन का उद्घाटन आज  राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के कर कमलों से संपन्न
    Breaking News Headlines जमशेदपुर जामताड़ा झारखंड रांची राजनीति राष्ट्रीय

    झारखंड उच्च न्यायालय के नए भवन का उद्घाटन आज  राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के कर कमलों से संपन्न

    Devanand SinghBy Devanand SinghMay 24, 2023No Comments6 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link

    झारखंड उच्च न्यायालय के नए भवन का उद्घाटन आज  राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के कर कमलों से संपन्न

     

    झारखंड उच्च न्यायालय के नए भवन के उद्घाटन समारोह के अवसर पर मंच पर उपस्थित परम आदरणीय माननीय राष्ट्रपति महोदया श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी, माननीय राज्यपाल श्री सी० पी० राधाकृष्णन जी, आदरणीय भारत के मुख्य न्यायाधीश, डा० न्यायमूर्ति डी० वाई० चंद्रचूड़ जी, माननीय कानून मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल जी, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश, न्यायमूर्त्ति श्री अनिरूद्ध बोस जी, झारखण्ड उच्च न्यायालय के माननीय मुख्य न्यायाधीश श्री संजय कुमार मिश्रा जी, सभी सम्मानित न्यायिक पदाधिकारीगण एवं अधिवक्तागण, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार बंधु सभी को जोहार।

    वीरों की धरती झारखण्ड में आप सभी का हार्दिक स्वागत है। झारखंड उच्च न्यायालय के नए भवन का उद्घाटन आज  राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के कर कमलों से संपन्न हो रहा है। मेरे साथ-साथ यह झारखण्ड के करोड़ों जनता के लिए गौरव का क्षण है।

    लगभग 165 एकड़ में फैले इस परिसर में झारखण्ड उच्च न्यायालय भवन का निर्माण 600 करोड़ रुपए की लागत से कराया गया है। एक आदिवासी बाहुल्य छोटे राज्य में यह भवन तथा परिसर देश के किसी भी उच्च न्यायालय के भवन तथा परिसर से बड़ा है। मुझे आशा है कि झारखण्ड राज्य जहाँ आदिवासी, दलित, पिछड़े एवं गरीब लोगों की बहुलता है। उन्हें सरल, सुलभ, सस्ता तथा तीव्र न्याय दिलाने की दिशा में यह संस्थान एक मील का पत्थर साबित होगा।

    गत वर्ष 26 नवंबर, 2022 को संविधान दिवस के अवसर पर माननीय राष्ट्रपति महोदया द्वारा पूरे देश के जेलों में बंद विचाराधीन कैदियों की बढ़ती संख्या पर अपनी चिंता व्यक्त की गई थी। झारखण्ड में भी छोटे-छोटे अपराधों के लिए बड़ी संख्या में गरीब आदिवासी, दलित, अल्पसंख्यक एवं कमजोर वर्ग के लोग जेलों में कैद हैं। यह चिन्ता का विषय है। इस पर गंभीर मंथन की जरूरत है।

    गत वर्ष हमने ऐसे मामलों की सूची तैयार करायी, जो अनुसंधान हेतु 05 वर्षों से अधिक अवधि से लंबित थे। उनकी संख्या लगभग 3,600 (तीन हजार छः सौ ) थी। एक अभियान चलाकर इनमें से 3,400 (तीन हजार चार सौ से अधिक मामलों का निष्पादन कराया गया है। अब हमने 04 वर्षों से अधिक अवधि से लंबित मामलों की सूची तैयार की है। इनकी संख्या भी लगभग 3,200 (तीन हजार दो सौ ) हैं। हम प्रयास कर रहे हैं कि इन मामलों का निष्पादन अगले छः माह के अंदर कर दिया जाय। मैं इसकी लगातार monitoring कर रहा हूँ।

    Subordinate judiciary में सहायक लोक अभियोजकों की कमी के कारण मामलों के निष्पादन में दिक्कतें आ रही थी। गत माह ही हमने 107 सहायक लोक अभियोजकों की नियुक्ति की है और मुझे आशा है कि इससे मामलों के निष्पादन में तेजी आएगी।

    मुझे भारत के मुख्य न्यायाधीश को सुनने का मौका मिला है। आप subordinate judiciary की गरिमा और इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के लिए चिंतित रहते हैं। मैं आपको बताना चाहूँगा कि झारखंड राज्य में subordinate judiciary के इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर भी बहुत बेहतर कार्य हुआ है। मुझे लगता है कि देश में सबसे अच्छी स्थिति हमारे राज्य की है। आज झारखंड में कुल 506 न्यायिक पदाधिकारी कार्यरत हैं, जिनके लिए 658 court rooms तथा 639 आवास उपलब्ध हैं। Subordinate judiciary के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए भविष्य में भी जो आवश्यकताएँ होंगी राज्य सरकार उसको प्राथमिकता देगी ।

    टेक्नोलॉजी का उपयोग कर न्यायिक प्रणाली को कैसे सरल, सुलभ, सस्ता तथा तीव्र बनाया जाए, इसके लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश द्वारा अच्छी पहल की जा रही है। मैं उसकी सराहना करता हूँ और आपको आश्वस्त करना चाहूँगा कि अगर इस कार्य के लिए कोई भी प्रोजेक्ट झारखंड के लिए तैयार किया जाएगा तो सरकार उसे fully support करेगी।

    एक महत्वपूर्ण विषय की ओर उपस्थित महानुभावों का ध्यान आकृष्ट कराना चाहूँगा। झारखंड राज्य में Superior Judicial Service में आदिवासी समुदाय की नगण्य उपस्थिति एक चिंता का विषय है। इस सेवा की नियुक्ति प्रक्रिया में आरक्षण का प्रावधान नही रखा गया है। चूँकि इसी सेवा से माननीय उच्च न्यायालय में न्यायाधीश नियुक्त किए जाते हैं, इसलिए उच्च न्यायालय में भी वही स्थिति है। अतः मैं चाहूँगा कि इस आदिवासी बाहुल्य राज्य में वरीय न्याय सेवा की नियुक्ति प्रक्रिया में आरक्षण का प्रावधान किया जाय।

    आज हमारे बीच नये माननीय कानून मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल जी उपस्थित हैं। मुझे लगता है झारखंड में शायद यह आपकी पहली यात्रा है। मैं आपका स्वागत करता हूँ और एक बात आपके समक्ष रखना चाहूँगा । यद्यपि भारत सरकार द्वारा subordinate judiciary के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए Centrally Sponsored Scheme चलाई जा रही है, परंतु ऐसी कोई स्कीम उच्च न्यायालयों के लिए उपलब्ध नहीं है। अगर जमीन की कीमत जोड़ ली जाए तो राज्य सरकार द्वारा झारखंड उच्च न्यायालय के इस नए भवन पर लगभग 1,000 (एक हजार) करोड़ रुपए की राशि खर्च की गई है। इसमें केन्द्र सरकार की कोई हिस्सेदारी नहीं है। समय-समय पर उच्च न्यायालयों में भी अतिरिक्त इंफ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता पड़ती है, अतएव मेरा अनुरोध होगा कि भारत सरकार उच्च न्यायालयों के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए भी एक Centrally Sponsored Scheme लागू करें ।

    मेरी मान्यता है कि न्यायालयों के कार्यों का निष्पादन स्थानीय भाषाओं में किए जाने की नितांत आवश्यकता है, ताकि न्याय के मंदिरों और गरीब आम जनों के बीच की दूरी कम हो सके। न्यायिक पदाधिकारियों और सहायक लोक अभियोजकों के लिए कम-से-कम एक स्थानीय भाषा का सीखना भी बाध्यकारी किया जाना चाहिए, ताकि न्याय को और सुलभ बनाया जा सके ।

    अन्त में मैं इस समारोह में उपस्थित माननीय राष्ट्रपति महोदया, माननीय राज्यपाल महोदय, माननीय मुख्य न्यायाधीश महोदय, माननीय कानून मंत्री के साथ अन्य उपस्थित न्यायिक पदाधिकारीगण, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधि एवं अन्य सभी उपस्थित सम्माननीय अतिथिगणों का पुनः हार्दिक अभिनंदन एवं स्वागत करता हूँ ।

    माननीया राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के द्वारा झारखंड के माननीय राज्यपाल श्री सी.पी. राधाकृष्णन, सर्वोच्च न्यायालय के माननीय मुख्य न्यायाधीश श्री डी.वाई . चंद्रचूड़, माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन, सर्वोच्च न्यायालय के माननीय न्यायाधीश श्री अनिरुद्ध बोस, माननीय केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल (स्वतंत्र प्रभार), झारखंड उच्च न्यायालय के माननीय मुख्य न्यायाधीश श्री संजय कुमार मिश्र एवं अन्य गणमान्यों की उपस्थिति में झारखंड उच्च न्यायालय के नए भवन का उद्घाटन किया गया।

    Share. Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Previous ArticleJAC 10वी की स्टेट टॉपर व जिला के तीनों टॉपर समेत उनके माता-पिता को किया गया सम्मानित
    Next Article राष्ट्र संवाद हेडलाइंस

    Related Posts

    आदित्यपुर में एंटी करप्शन इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो की बैठक संपन्न, सदस्यों को भ्रष्टाचार मुक्त समाज निर्माण का दिया निर्देश

    May 11, 2025

    हाता बिरसा चौक में बनेगा 4.50 करोड़ की लागत से बस स्टैंड सह मार्केट कॉम्प्लेक्स, विधायक संजीव सरदार ने किया भूमि पूजन

    May 11, 2025

    जमशेदपुर मे संभावित हवाई हमले व अन्य आपदा प्रबंधन के संबंध में मॉक ड्रिल का आयोजन

    May 11, 2025

    Comments are closed.

    अभी-अभी

    आदित्यपुर में एंटी करप्शन इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो की बैठक संपन्न, सदस्यों को भ्रष्टाचार मुक्त समाज निर्माण का दिया निर्देश

    हाता बिरसा चौक में बनेगा 4.50 करोड़ की लागत से बस स्टैंड सह मार्केट कॉम्प्लेक्स, विधायक संजीव सरदार ने किया भूमि पूजन

    जमशेदपुर मे संभावित हवाई हमले व अन्य आपदा प्रबंधन के संबंध में मॉक ड्रिल का आयोजन

    तुलसी भवन में बहुभाषी काव्य गोष्ठी ‘लोकमंच’ आयोजित

    कांग्रेस ने पूछा, क्या सरकार ने कश्मीर पर स्वीकार ली है अमेरिकी मध्यस्थता

    सात मई के हमलों में 100 से अधिक आतंकवादी ढेर: डीजीएमओ

    पाकिस्तान के रावलपिंडी में भी भारतीय सेना की ताकत महसूस की गई : राजनाथ

    रोमांचक मुकाबले में पुलिस एकादश ने प्रेस एकादशी को दी मात

    शारीरिक जांच दौड़ एवं शारीरिक माप के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर डाउनलोड कर सकते हैं एडमिट कार्ड

    प्रधानमंत्री मोदी का निर्देश-वहां से गोली चलेगी, तो यहां से गोला चलेगा : सरकारी सूत्र

    Facebook X (Twitter) Telegram WhatsApp
    © 2025 News Samvad. Designed by Cryptonix Labs .

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.