राज्य की शिक्षा व्यवस्था पर लगे प्रश्न चिन्ह को मिटाना है- मंत्री रामदास सोरेन
सोना देवी विश्वविद्यालय का पहला स्थापना दिवस समारोह “शंखनाद -2024 ” धूम- धाम से मनाया गया
राज्य के स्कूली शिक्षा, साक्षरता और निबन्धन विभाग के मंत्री श्री रामदास सोरेन ने बतौर मुख्य अतिथि आज सोना देवी विश्वविद्यालय के प्रथम वार्षिक उत्सव “शंखनाद-2024” के शुभ अवसर पर कहा कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था पर लगे प्रश्न चिन्ह को मिटाना है। इसके लिए सरकार शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने और संरचनात्मक विकास करने का प्रयास कर रही है । अभी 2 इंजीनियरिंग कॉलेज और 30 डिग्री कॉलेज खोलने की स्वीकृति प्रदान की गई है। राज्य के छात्रों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए बाहर नहीं जाना पड़े इसके लिए सरकार काम कर रही है। राज्य सरकार सभी को सरकारी नौकरी नहीं दे सकती है लेकिन यहाँ के छात्र सोना देवी विश्वविद्यालय से तकनिकी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर स्वरोजगार प्राप्त कर सकते है। राज्य सरकार सोना देवी विश्वविद्यालय को हर सम्भव आवशयक सहायता देगी।
सोना देवी विश्वविद्यालय, घाटशिला, पूर्वी सिंहभूम का पहला स्थापना दिवस समारोह “शंखनाद -2024 ” आज धूम- धाम से मनाया गया। कीताडीह स्थित विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित समारोह में विश्वविद्यालय से जुड़े सभी फैकल्टी और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने यह संकल्प लिया कि विश्वविद्यालय की गरिमा को आगे बढ़ाने में पूरी निष्ठा से सहयोग करेंगे। स्थापना दिवस समारोह “शंखनाद” की शुरुआत दीपप्रज्वलन के साथ गणेश वनदना से हुई। सोना देवी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ जे.पी मिश्रा ने उपस्थित गणमान्य का स्वागत किया और सभी छात्र – छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे जीवन में नेक इंसान बने। आपकी छवि से ही सोना देवी विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा बढ़ेगी, नाम रौशन होगा। कुलपति डॉ जे.पी मिश्रा ने विश्वविद्यालय के वार्षिकोत्सव शंखनाद को पावन अवसर बताते हुए कहा कि हर आयोजन की पीछे कोई वजह होती है। कुलाधिपति श्री प्रभाकर सिंह जी के प्रयासों की वजह से ही आज सोना देवी विश्वविद्यालय का शंखनाद हो रहा है, सोना देवी विश्वविद्यालय आकार ले सका है। डॉ मिश्रा ने कहा कि सोना देवी विश्वविद्यालय कई मामलों में राज्य के अन्य विश्वविद्यालयों से अलग है।यहाँ गुणवत्तापूर्ण शोधकार्य और शैक्षिक गतिविधियाँ चलाई जा रही है उन्होंने विधार्थियों को सलाह दिया की अनुशासन बनाये रखते हुए विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाए। परिश्रम ही जीवन का आधार है जीवन में प्रतियोगिता और परिश्रम दोनों ही आवश्यक है। कुलपति महोदय ने कहा की जीवन में आगे बढ़ने के लिए गतिशीलता जरुरी है। जीवन में सफल होने के लिए समस्या का सामना करना जरुरी है।
सोना देवी विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो(डॉ.) गुलाब सिंह ‘आज़ाद ‘ ने विश्वविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि राज्य सरकार विशेष रूप से माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और घाटशिला के विधायक सह मंत्री श्री रामदास सोरेन जी के उच्च शिक्षा के क्षेत्र में की गई पहल का परिणाम है सोना देवी विश्वविद्यालय। श्री आज़ाद ने बताया कि सोना देवी विश्वविद्यालय की दृष्टि (vision), मूल्य आधारित गुणवत्ता पूर्ण उच्च शिक्षा, शोध, नमवोन्वेष एवं विभिन्न रचनात्मक क्रिया कलापों एवं मेधावी खोज के माध्यम से एक ज्ञानवान समाज का निर्माण कर प्रवुद्ध एवं ज्ञानवान नागरिकता विकसित करना है जिससे कि व्यक्तियों, राज्य, राष्ट्र तथा बृहत्तर विश्व में शान्ति एवं समृद्धि स्थापित हो सके। कुलसचिव ने श्री गुलाब सिंह ‘आज़ाद’ ने सोना देवी विश्वविद्यालय का मूलमंत्र बताते हुए कहा कि ” विद्या लभते पुरुषार्थचतुष्टयाम् ” अर्थात उच्च एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ग्रहण करने से चारों पुरुषार्थ – अर्थ, काम, धर्म और मोक्ष की प्राप्ति होती है। वर्तमन परिपेक्ष्य में सोना देवी विश्वविद्यालय, घाटशिला इस मूलमंत्र के साथ छात्र – छात्राओं का भविष्य गढ़ने की ओर अग्रसर है। उन्होंने सोना देवी विश्ववद्यालय के संरचनात्मक सुविधाओं के बारे में बताते हुए कहा कि विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया
कि सोना देवी विश्वविद्यालय में अभी 10 निम्नलिखित स्कूल कार्यरत है –
1. सूचना प्रौद्योगिकी एवं कम्प्यूटर विज्ञान स्कूल
2. अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी स्कूल
3. वाणिज्य एवं प्रबंध विज्ञान स्कूल
4. विज्ञान स्कूल
5. मानविकी एवं समाज विज्ञान स्कूल
6. फारमेसी स्कूल
7. कृषि विज्ञान स्कूल
8. योग एवं नेचुरोपैथी स्कूल
9. स्कूल ऑफ़ परफार्मिंग आर्ट्स
10. अनुसंधान एवं विकास स्कूल
जिनमें इस सत्र 2023 -24 से 39 पाठ्यक्रमों की पढ़ाई हो रही है। इसके साथ – साथ, सोना देवी विश्वविद्यालय में सत्र 2023-24 से उपरोक्त वर्णित स्कूलों में अनेक विषयों में विद्या वाचस्पति (पी० एच० डी०) की पढ़ाई भी प्रारंभ हो चुकी है। वर्तमान में 580 से अधिक छात्र – छात्राऐं, 26 अध्यापक एवं 30 कर्मचारी विश्वविद्यालय में अध्ययन – अध्यापन में रत है। कुसचिव ने सोना देवी विश्वविद्यालय में उपलब्ध कराई जा रही छात्रवृति सुविधा की विस्तार से जानकारी दते हुए कहा कि सत्र 2024 -25 से मेधावी छात्र-छात्राओं के लिए सोना देवी विश्वविद्यालय में एक करोड़ रूपये तक की छात्रवृत्ति का प्रावधान है।
इसके साथ – साथ सभी ST, SC तथा OBC छात्र – छात्राओं को झारखण्ड सरकार की तरफ से दी जानी वाली ई-कल्याण छात्रवृति भी प्रदान की जाती है। इसके अलावा, विश्व महिला दिवस 9 मार्च, 2024 के अवसर पर महिला छात्राओं को उनके वार्षिक शुल्क में 50% की छूट भी प्रदान की गयी है। प्रो.(डॉ) आज़ाद ने बताया कि सोना देवी विश्वविद्यालय में छात्र छात्राओं के व्यक्तित्व के सर्वागीण विकास हेतु नियमित व्यक्तित्व विकास कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। छात्र विभिन्न प्रकार के कौशलों, दक्षताओं के विकास हेतु छात्र- छात्राओं के लिए समूह चर्चा, वाद विवाद प्रतियोगिता, क्विज प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता, वृक्तत्व प्रतियोगिता, मॉक साक्षात्कार, लेखन – गायन प्रतियोगिता,रंगोली प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक, जागरूकता रैली, स्वयं Event, Seminar Conference, Workshop आयोजित करना आदि कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किये जाते है। सोना देवी विश्वविद्यालय में प्रक्षिशित योग एवं खेल -कूद प्राध्यापकों द्वारा खेल-कूद, स्पोर्ट्स का प्रशिक्षण, योग की कक्षाऐं नियमित रूप से आयोजित की जाती हैं। साथ ही उन्होंने सोना देवी विश्वविद्यालय के भविष्य के योजनाओं की जानकारी दी। इन्होने बताया कि B.Ed/Dl.Ed, कानून शिक्षा की पढ़ाई हेतु LLB, different Paramedical Courses तथा Nursing आदि नऐ पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने तथा वर्तमान कोर्सेज में संवर्धन एवं सुधार करेगा जिससे कि यह विश्वविद्यालय उत्तर भारत में एक राष्ट्रीय स्तर का प्राइमियर विश्वविद्यालय बन सके तथा यहाँ पढ़ने वाले छात्र – छात्राएँ , भारत सरकार की Startup India, stand up India, Atal innovation mission प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, Digital India जैसे कार्यक्रमों में सक्रिय सहभागिता निभा कर झारखण्ड राज्य का नाम दुनिया में रोशन कर सकें।
छात्र -छात्राओं को बेहतर नागरिक बनाने हेतु विश्वविद्यालय में National Credit – Core (NCC), National Service Scheme (NSS) जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रम अगले सत्र से प्रारम्भ हो जायेंगे क्योंकि इस दिशा में क्रियान्वयन हो चुका है | Indoor, Outdoor स्टेडियम तथा जिमिनेशियम बनने के बाद विश्वविधालय राज्य एवं राष्ट्र स्तरीय खेल कूद प्रतियोगिताओं को भविष्य में यहाँ आयोजित करेगा जिससे कि विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी विकसित हो सकें। क्षेत्र के लोगों के साथ बेहतर, मधुर सम्बन्ध बनाने, उनकी समस्याओं के समाधान में मदद करने तथा छात्रों को विश्वविद्यालय के विभिन्न क्रिया कलापों में Involve कर उन्हें ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुँचाने के उद्देश्य से सोना देवी विश्वविद्यालय में University – Community Interface Programme (UCIP)Cell का गठन किया जाएगा। छात्र- छात्राओं के स्वास्थ्य संरक्षण हेतु विश्वविद्यालय में Dispensary-क्षेत्र के ग्रामीण लोगों को पैथोलॉजी के क्षेत्र में निशुल्क सुविधा प्रदान की जायेगी जिससे कि विश्वविद्यालय के साथ ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ सकें, Mental Health Clinic की स्थापना निकट भविष्य में की जायेगी। भविष्य में सोना देवी विश्वविद्यालय, क्षेत्र के आदिवासी ग्रामीण युवाओं के लिए विभिन्न ज्वलन्त मुद्दों जैसे स्वास्थ्य, पोषण, सफाई एवं स्वच्छता, शिक्षा, रोजगार सृजन के अवसरों की पहचान कर परियोजना निर्माण करना, मानवीय एवं लोकतांत्रिक मूल्यों का संरक्षण, खेलकूद के महत्व, पर्यावरण संरक्षण, (जल, जंगल, जानवर जमीन, जलवायु, जैविक विविधता आदि के संरक्षण एवं प्रबंधन) वनोउत्पाद प्रसंस्करण द्वारा रोजगार सृजन, उद्यमिता विकास मछली पालन, बकरी पालन, मुर्गा पालन, मशरुम उत्पादन एवं विपणन जैसे विषयों पर जागरूकता शिवरों, कार्यक्रमों का नियमित आयोजन करेगा जिससे कि ग्रामीण आदिवासी युवाओं को राष्ट्रीय धारा में लाकर उनके सार्थक विकास में योगदान दिया जा सके जिसके कि वे राष्ट्र के विकास में अपनी भूमिका अदा कर सकें। आगे आने वाले समय में सोना देवी विश्वविद्यालय इस तरह के विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रम/कार्यक्रम- जैसे कि संगीत, चित्रकला, हस्तशिल्प, हस्तकला, नाटय कला, वाद्य यंत्र, लेखन, कविता गायन, पर्वतारोहण, सिलाई, कढाई- बुनाई, टाइपिंग, मोटर ड्राइविंग, कृषि, वागवानी, डेयरी, पर्यावरण संरक्षण, एग्रो – प्रसंस्करण, ब्यूटी पार्लर, मोवाइल रिपेयरिंग, टूर एवं ट्रेविल का संचालन, कंप्यूटर कोर्स आदि भी शुरू करेगा जिससे कि आदिवासी युवा वर्ग अपने घर पर रहते हुए न केवल रोजगार सृजन कर सकेगा बल्कि अपने आस पास के स्थानीय, संसाधनों का कार्यक्षम उपयोग कर उनके सातत्य विकास की प्रक्रिया में अहम् भूमिका निभा सकेंगे। कुलसचिव प्रो(डॉ.) गुलाब सिंह ‘आज़ाद ‘ ने कहा कि सोना देवी विश्वविद्यालय द्वारा कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत नेत्र चिकित्सा, रक्त दान शिविर और पौधरोपण के अलावा अन्य कई कार्यक्रम भी संचालित किये जा रहें हैं। उन्होंने कहा कि सोना देवी विश्वविद्यालय को उत्तर भारत के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय में शामिल करने का प्रयास किया जाएगा।
शंखनाद के मुख्य अतिथि श्री रामदास सोरेन ने सम्मानित मेहमानों और विद्यार्थियों को शुभकामनाऐं देते हुए कहा कि वे जीवन में सफल हो और अन्य राज्यों में भी सोना देवी विश्वविद्यालय का नाम रौशन हो, परचम लहराएं।
सोना देवी विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस “शंखनाद” के अवसर पर छात्र- छात्राओं द्वारा कई रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए। इन कार्यक्रमों में इनकी प्रतिभा और रचनात्मकता दिखी। डॉ. डोला रॉय, मेघा और शारदा से गणेश वन्दना प्रस्तुत की। संतोषी, रजोवती, नूतन और रीमा ने जनजातीय नृत्य प्रस्तुत किया। पोलाश बॉन ग्रुप ने बांग्ला नृत्य प्रस्तुत किया। पर्यावरण संरक्षण पर नीलेश, राहुल, इरफ़ान, सब्बीर, सौराब और गौतम ने लघु नाट्य प्रस्तुत किया। मुख्य अथिति ने डांसिंग क्वीन, डांसिंग किंग और सिंगिंग क्वीन को पुरुस्कृत किया। उनडीवईन ग्रुप ने सामूहिक नृत्य प्रस्तुत कर सभी को झूमने पर विवश कर दिया। रेशमी ने एकल नृत्य प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। डॉ. डोला रॉय ने बांग्ला गीत ” सोखी भाबोना काहारे ” प्रस्तुत कर अपनी प्रतिभा से सबको मंत्र-मुग्ध कर दिया। श्रीमती पूजा तिवारी ने संवेदना को जगाने वाली कविता पेश की। श्री कृष्णेंदु दत्ता ने “गीत गाता हूँ मैं….. ” गाकर समां बाँध दिया। इस मौके पर जाया, जयदेव और उनके कई साथियों ने ग्रुप डांस कर अपने साथियों को खूब झुमाया। साथ ही स्पोर्ट्स डे पर आयोजित विभिन्न खेलों के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। संविधान दिवस और युवा दिवस पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों के विजेता प्रतिभागियों को भी पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर कुसचिव प्रो(डॉ.) गुलाब सिंह ‘आज़ाद ‘ और परीक्षा नियंत्रक श्री मिथिलेश सिंह ने छात्र- छात्रों के बीच प्रमाण पत्र वितरित किया। सोना देवी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री प्रभाकर सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। अपने उद्गार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य के स्कूली शिक्षा, साक्षरता एवं निबन्धन विभाग के मंत्री माननीय श्री रामदास सोरेन जी के सहयोग से ही सोना देवी विश्वविद्यालय की स्थापना हो सकी है।लम्बे समय से इनका सहयोग मिलता रहा है। आशा और पूर्णविश्वास है किआगे भी इसी तरह आपका सहयोग मिलता रहेगा।
राष्ट्रगान के साथ सोना देवी विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस समारोह “शंखनाद ” एक नए उमंग और उत्साह के साथ सम्पन हुआ। इस मौके तांत्रिक बंद ने उपस्थित लोगों में उत्साह का संचार कर दिया ।
इस अवसर पर अवध डेंटल कॉलेज के निदेशक के श्री के.एन.पी.सिंह, श्री राजेश गुप्ता जी, जमशेदपुर समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। श्रीमती अनुसुआ रॉय, सुश्री कोमल कुमारी, डॉ.नित नैना, डॉ.नीलमणि कुमार, डॉ. कंचन सिन्हा, डॉ. डोला रॉय, श्रीमती अर्चना सिंह, श्री धीरज कुमार शर्मा, श्री राहुल कुमार शॉ, श्री किशोर महाकुर, श्री कृष्णेन्दु दत्ता, सुश्री माधवी बेहेरा, सुश्री श्रद्धा सुमन पांडा, , श्री सिंगराय सामड, श्री किशन साह, श्री पारिजात मांझी, सुश्री सरस्वती भौमिक, सुश्री सोनल कुमारी, श्रीमती मोनिका सिंह, श्रीमती पूजा तिवारी, सुश्री मिनाक्षी कूदादा तथा श्रीमती सोमा पात्रा की भी इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका रही।