नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट को दो नए न्यायाधीश मिल गए हैं। गुवाहाटी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस सुधांशु धूलिया और गुजरात हाईकोर्ट के न्यायाधीश जमशेद बी पारदीवाला को सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया है। राष्ट्रपति ने इनके नामों पर मुहर लगा दी है। राष्ट्रपति से इनके नामों पर मुहर लगाने के बाद नामों की सिफारिश के 48 घंटे में केंद्र ने नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर दी है। उल्लेखनीय है कि 5 मई को सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने दो नए न्यायाधीश की सिफारिश केंद्र सरकार को भेजी थी। सुधांशु धूलिया और जमशेद बी पारदीवाला को सुप्रीम कोर्ट जज के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश पर सीजेआई एनवी रमना की अध्यक्षता वाले एससी कॉलेजियम ने फैसला लिया था। ये दोनों न्यायाधीश सोमवार को अपने नए पद की शपथ ले सकते हैं। बताया जा रहा है कि जस्टिस पारदीवाला भारत के मुख्य न्यायाधीश यानी सीजेआई बनेंगे। वो मई, 2028 में देश के सीजेआई बन सकते हैं। उनका कार्यकाल लगभग 2 वर्ष 3 महीने का होगा। वो सुप्रीम कोर्ट में चौथे पारसी जज हैं। उनकी नियुक्ति का मतलब है कि 5 सालों के अंतराल के बाद अल्पसंख्यक समुदाय के किसी जज की नियुक्ति हुई है। इसके पहले जज एस अब्दुल नज़ीर को फरवरी 2017 में सर्वोच्च न्यायालय में नियुक्ति की गई थी। वहीं, जस्टिस धूलिया उत्तराखंड हाईकोर्ट से पदोन्नत होने वाले दूसरे न्यायाधीश होंगे। सीजेआई जस्टिस एन वी रमना की अगुवाई में 5 जजों के कॉलेजियम में सर्वसम्मति से सर्वसम्मति से पिछले साल अगस्त से अब तक 11 नामों की रिकॉर्ड संख्या की सिफारिश की गई है। उनमें से 3 महिलाओं सहित 9 को 31 अगस्त 2021 को सीजेआई एन वी रमना द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलाई गई थी।