स्थायीकरण से वंचित मजदूरों द्वारा झारखंड स्टील ठेका मजदूर संघ के बैनर तले बिष्टुपुर स्थित जनरल ऑफिस गेट पर प्रदर्शन किया गया साथ ही 6 सूत्री मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की गई
मजदूरों ने आरोप लगाया कि टाटा स्टील की आपातकालीन 1981 से 1990 तक कार्यरत मजदूर अभी तक स्थायीकरण से वंचित है, 1990 में मजदूरों के साथ त्रिपक्षीय वार्ता हुई जिसे अमान्य कर दिया गया, 2009 में उप श्रम आयुक्त जमशेदपुर द्वारा इस विषय पर स्पष्टीकरण भी मांगा गया पर अभी तक स्पष्टीकरण कंपनी प्रबंधन द्वारा नहीं दिया गया, बिना सूचना दिए 1990 में मजदूरों को काम से हटा दिया गया, उन्होंने आरोप लगाया कि 2015 में पुनः टाटा स्टील प्रबंधन के आला अधिकारियों और झारखंड स्टील ठेका मजदूर संघ के प्रतिनिधियों के बीच स्थायीकरण से वंचित मजदूरों को पैकेज एवं
उनके आश्रितों को रोजगार देने पर सहमति बनी पर उस पर भी टाटा स्टील प्रबंधन द्वारा वादाखिलाफी की गई, थक हार कर अपनी 6 सूत्री मांगों के आलोक में उन्होंने अनिश्चितकालीन के गेट जाम व धरना प्रदर्शन शुरू किया धरना प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे झारखंड स्टील ठेका मजदूर संघ के प्रतिनिधियों ने कहा कि जब तक टाटा स्टील प्रबंधन उनकी मांगों को नहीं मानती है तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा