सपा नेता अखिलेश यादव ने कन्नौज से दाखिल किया नामांकन पत्र , सुब्रत पाठक से होगी टक्कर
कन्नौज: उत्तर प्रदेश की कन्नौज लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने पर्चा दाखिल किया। लोकसभा चुनाव को लेकर पहले अखिलेश यादव के चुनावी मैदान में न उतरने की घोषणा की गई थी।
हालांकि, बाद में कार्यकर्ताओं के दबाव के कारण उन्हें अपने निर्णय को बदलना पड़ा। वे चुनावी मैदान में उतर रहे हैं। उनकी भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार सुब्रत पाठक से टक्कर होगी। सुब्रत पाठक ने भी गुरुवार को लोकसभा चुनाव को लेकर नामांकन दाखिल किया। इस प्रकार अखिलेश यादव ने कन्नौज लोकसभा सीट से चौथी बार चुनावी मैदान में कदम रखा है।
अखिलेश यादव ने नामांकन दाखिल करने के बाद लोगों का समर्थन मिलने का दावा किया। नामांकन दाखिल करने के बाद उन्होंने कहा कि मैं अभी नामांकन करके आ रहा हूं। पार्टी, नेता, कार्यकर्ता और सभी की भावनाएं यह थी कि समाजवादी पार्टी की तरफ से मुझे यहां से चुनाव लड़ाया जाए। मैं सभी का आभार व्यक्त करता हूं। मुझे उम्मीद है कि मुझे यहां से आशीर्वाद मिलेगा। उन्होंन चौथी बार इस सीट से नामांकन दाखिल किया।
सुब्रत पाठक का भी नामांकन
भाजपा की ओर से निवर्तमान सांसद सुब्रत पाठक ने भी नामांकन दाखिल किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि चुनाव में मुकाबला बराबरी का होना चाहिए। अखिलेश यादव के यहां आने से मुकाबला बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा सीट पर पिछले पांच सालों में किए गए कार्य के आधार पर हम वोट मांगेंगे। वहीं, अखिलेश यादव ने इस परंपरागत सीट पर एक बार फिर जीत की हुंकार भर दी है। हालांकि, अभी वे मैनपुरी की करहल सीट से विधायक हैं।
चौथी बार जीत का करेंगे प्रयास
अखिलेश यादव कन्नौज लोकसभा सीट पर चौथी बार जीत का प्रयास करेंगे। यह सीट उनसे काफी हद तक जुड़ी हुई है। कन्नौज लोकसभा सीट से ही उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत वर्ष 2000 से की थी। 2012 तक वे कन्नौज सीट से सांसद रहे। 2012 में मुख्यमंत्री बनने के बाद इस सीट से उनकी पत्नी डिंपल यादव निर्विरोध निर्वाचित हुईं। 2019 के लोकसभा चुनाव में सुब्रत पाठक ने समाजवादी पार्टी के गढ़ में सेंधमारी कर दी। एक बार फिर अखिलेश यहां पर अपना वर्चस्व स्थापित करने का प्रयास करेंगे। हालांकि, वे दिल्ली की राजनीति में आएंगे या फिर लखनऊ में रहकर प्रदेश की राजनीति करेंगे