आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस पर राज्य को अशांत करने का आरोप लगाया है. उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस कर बंगाल की टीएमसी, ओडिसा की बीजद और झारखंड के झामुमो को आदिवासी विरोधी पार्टी बताया है. उन्होंने कहा कि कुड़मी को साजिश के तहत भड़का कर एसटी बनाने का ढोंग रचा जा रहा है. पिछले 42 साल से झामुमो किसी न किसी रूप में सत्ता में रही है मगर आदिवासियों के हित में कभी कोई नीतिगत निर्णय नहीं लिया है. न सरना धर्म कोड को लागू कराया, न सीएनटी/ एसपीटी एक्ट को प्रभावी ढंग से लागू करा सकी. उन्होंने कहा राज्य में डायन के नाम पर आज भी हत्याएं हो रही है. आदिवासियों के जमीन छीने जा रहे हैं. न स्थानीय नीति, न डोमेसाइल नीति स्पष्ट है. कुडमियों साजिश के तहत भड़काया जा रहा है और राज्य के आदिवासियों के अधिकारों का हनन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हर समुदाय यदि एसटी की मांग करने लगें तो आदिवासी कहां जाएंगे. वहीं उन्होंने कुड़मी के उन दावों को भी खारिज किया जिसके जरिए वे खुद को एसटी का दावा कर रहे हैं. उन्होंने कहा इसे वे कहीं भी चुनौती देने को तैयार हैं. कुड़मी कभी भी एसटी नहीं थे. श्री मुर्मू ने झामुमो पर मुसलमान और ईसाइयों के प्रभाव में आकर झारखंड में वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कांग्रेस और झामुमो मिलकर झारखंड को अशांत कर रही है इसके लिए वे पीएम मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ मिलकर झामुमो के खिलाफ आंदोलन तेज करेंगे. वैसे सालखन मुर्मू पूर्व में मयूरभंज से भाजपा से सांसद रह चुके हैं बाद में उन्होंने अपनी पार्टी बना ली थी. अब एकबार फिर से सालखन मुर्मू का बीजेपी प्रेम नई कई सवालों को जन्म दे रहा है.