संदर्भ स्वास्थ्य विभाग पटमदा में हुई: जांच उपायुक्त के रूख से झोलाछाप डॉक्टरों में हड़कंप
राष्ट्र संवाद नजरिया :परिवार सेवा क्लिनिक पटमदा और ज्योति आईवीएफ सेंटर भ्रूण हत्या व गर्भपात का मास्टरमाइंड?
डॉ आईएन चौधरी द्वारा अब तक किए गए गर्भपात जैसी अनैतिक कार्यों के मद्देनजर पुख्ता सबूत इकट्ठा करने के लिए खाली जमीन की खुदाई करवाई गई
कल जमशेदपुर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उपायुक्त के निर्देश पर इंद्रनील चौधरी को कार्रवाई करते हुए जेल भेजा आज उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम ने खुद पहुंच कर मामले की जांच की इससे मामला और गंभीर बनता जा रहा है और स्थानीय लोगों में चर्चा है कि अब मामले की जांच सही ढंग से होगी
ज्ञात हो कि आज उपायुक्त विजया जाधव ने दवाई दुकान व क्लीनिक का सील खोलवाकर फिर से जांच कराई। इसमें जिले के ग्रामीण एसपी मुकेश कुमार लुणायत, एसडीएम संदीप कुमार मीणा, एडीसी सौरव सिन्हा, डीडीसी प्रदीप प्रसाद, कार्यपालक दंडाधिकारी रश्मि सिन्हा समेत कई जिलास्तरीय पदाधिकारियों के अलावे सीओ सह प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी चंद्रशेखर तिवारी, पटमदा सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ समीर कुमार, बीडीओ पीयूषा शालीना डोना मिंज, सीडीपीओ नीतू कुमारी, पटमदा डीएसपी सुमित कुमार, इंस्पेक्टर हीरालाल महतो, पटमदा थाना प्रभारी अशोक राम, एसआई मनोज कुमार गुप्ता समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
इस दौरान कई महत्वपूर्ण कागजातों के अलावे एक्सरे रिपोर्ट, ऑपरेशन हेतु प्रयुक्त सर्जरी किट, साइन बोर्ड आदि को जब्त किया गया। उपायुक्त ने सभी कमरों की गहन तलाशी अभियान चलाते हुए पटमदा के साइंटिफिक पैथोलॉजीकल लैबोरेटरी के नाम से जारी दर्जनों रिपोर्ट को जब्त करने के साथ ही एसडीएम को निर्देश दिया कि डॉ समीर कुमार(एमओआईसी) को लेकर उक्त पैथो लैब में जांच करें। यहां पहुंचने पर जांच टीम ने पाया कि बिना किसी सर्टिफिकेट व बिना रजिस्ट्रेशन के ही बंगाल निवासी अनिल चंद्र मंडल द्वारा पिछले 7 वर्षों से क्लीनिक चलाया जा रहा है और उनके पास कई दवाइयां व कैमिकल स्टॉक है। थोड़ी ही देर में उपायुक्त स्वयं वहां पहुंची और पूछताछ की तो अनिल चंद्र मंडल ने गलती होने की बात कहते हुए माफ करने का आग्रह किया। इसपर उपायुक्त ने उल्टे उनके समक्ष हाथ जोड़ते हुए कहा कि आप ही माफ कर दीजिये और अब तक जो अवैध तरीके से काम कर रहे थे, कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें। उपायुक्त ने जब पूछा कि आप ब्लड सैंपल कहां रखते हैं फ्रिज कहां है तो जवाब दिया कि नजदीक के मेडिकल स्टोर(न्यू पटमदा मेडिकल स्टोर) में।
फिर उपायुक्त ने वहां जाकर टीम के साथ जांच की। इसके बाद मां दुर्गा मेडिसिन कॉर्नर नामक मेडिकल स्टोर में जांच की तो पता चला कि बिना लाईसेंस के ही दवाइयां रखकर बेची जा रही है। उन्होंने कार्रवाई का संकेत दिया। फिर उनके ही दूसरे भवन की भी तलाशी ली गई और वहां कुछ दवाओं के सैंपल साथ लेकर जांच करने के लिए ड्रग इंस्पेक्टर को भेजने की बात उपायुक्त ने बताई। वहीं उक्त भवन में चलने वाले क्लीनिक को भी अवैध बताया गया जिसमें किसी तरह का कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है। जिले के अधिकारियों द्वारा उपायुक्त के नेतृत्व में चलाये गये अभियान के क्रम में पटमदा बाजार में लोगों की काफी भीड़ जुट गई। दोपहर करीब 1 बजे पहुंची उपायुक्त ने भारी बारिश के बीच डॉ आईएन चौधरी के क्लीनिक के पिछवाड़ा स्थित खाली जमीन को खुदवाकर तलाशी ली गई।
जिसमें एक जगह पर सिर्फ इंजेक्शन के सैकड़ों खाली बोतल व कंटेनर को बरामद करते हुए जब्त किया गया है।
डॉ आईएन चौधरी द्वारा अब तक किए गए गर्भपात जैसी अनैतिक कार्यों के मद्देनजर पुख्ता सबूत इकट्ठा करने के लिए खाली जमीन की खुदाई करवाई गई। हालांकि इस दौरान कोई खास सफलता नहीं मिली। उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ कई तरह के सबूत पुलिस को प्राप्त हुआ है।
दूसरी ओर क्षेत्र में इस बात की चर्चा जोरों पर रही कि यहां के भोले-भाले मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ करने वाले ऐसे फर्जी डॉक्टर के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।