अपने से कीजिए नवरात्रि में हवन–
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे श्री दुर्गे दुर्गे रक्षिणी स्वाहा
इसी मंत्र से नवरात्रि का हवन करें नवरात्रि की उदयकालीन नवमी तिथि में
इस बार 23=10=2022 सोमवार को हवन होगा दिन में ०३::१० मिनट तक उत्तम
नवरात्रि आदि मे अपने से भी कर सकते हैं आप हवन–
👌स्वयं भी कर सकते हैं हवन👌
👏🕉️
डा सुधा नन्द झा ज्यौतिषी जमशेदपुर
9430336503
🌹🌿हमारे यहां पूजा दो प्रकार से की जाती है
पहला पूरे विधि-विधान से और दूसरा अपने सुविधा और ज्ञान के अनुसार भाव से
नवरात्रि में हवन भी इसी प्रकार से कीजिए
यदि आपको समयानुसार पंडित जी उपलब्ध नहीं हो सकें तो अपने से कीजिए हवन और गलती सही के लिए माता दुर्गा जी से क्षमा मांग लीजिए
🕉️🌺हवन स्थल पर स्नान आदि करके आइये आसन लगा लीजिए
आप गायत्री परिवार या पतंजलि योगपीठ के दूकान से रेडिमेड हवन सामग्री ले आइये
यदि नहीं मिला तो आप अपने से हवन सामग्री तैयार कीजिए जैसे-
जितना तिल लिए हैं उसके आधा अरवा चावल,अरवा चावल के आधा जौ,जौ के आधा शक्कर या मिश्री मिला लें फिर उसमें प्रर्याप्त घी मिला लें
बालू मिट्टी के वेदी या रेडिमेड हवन कुंड में आम की सूखी लकड़ी डालिए और उसमें जिस अग्निदेव का ध्यान करके आग जला लीजिए
अब माला या हाथ के माला से जितना हवन करना है कीजिए
जैसे दुर्गा महारानी का हवन करना है तो इस मंत्र से हवन कीजिए-
“”ऊं ऐं ह्लीं क्लीं चामुण्डायै श्री दुर्गे दुर्गे रक्षिणी स्वाहा””
श्री विष्णु भगवान का हवन करना है तो- इस मंत्र से हवन कीजिए–
“ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नमः स्वाहा”
जितना हवन किया है आपने उसका दसवां भाग तर्पण कीजिए
तर्पण में आम के पत्ते से जल लीजिए और ऊं ऐं ह्लीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै श्री दुर्गे दुर्गे रक्षिणी स्वाहा बोलकर जल उसी वर्तन में गिरा दीजिए
अब जितना तर्पण किया है आपने उसके दसवें भाग मार्जन करें अर्थात् कुश से जल को अपने माथे पर छींटिये
जैसे यदि आपने एक सौ आठ बार हवन किया है तो ग्यारह बार तर्पण और दो बार मार्जन
जिस मंत्र से आपने हवन किया है उसी मंत्र से तर्पण और मार्जन भी
जैसे- ऊं ऐं ह्लीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै श्री दुर्गे दुर्गे रक्षिणी तर्पयामि
ऊं ऐं ह्लीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै श्री दुर्गे दुर्गे रक्षिणी मार्जयामि
आब हाथ धो लीजिए और पान के पत्ते में गोटा सुपारी सिक्का फूल और घी रखकर खड़े हो जाइए और इस मंत्र से पूर्णाहुति कीजिए-
ऊं पूर्ण मिद:पूर्ण मिदं पूर्णात् पूर्ण मुदच्यते
पूर्णस्य पूर्ण मादाय पूर्ण मेवावशिष्यते
पूर्णाहुति के बाद बैठ जाइए और हवन का भभूत अपने माथे, गला,दखहिने बांह के कंधे पर छाती में
अब पूरा हो गया आपका हवन
कुछ दक्षिणा कर लीजिए
बोलिए श्री दुर्गा महारानी जी की जय
************************************
*यह हवन विधि सर्वसाधारण के लिए समर्पित है।*
डा सुधा नन्द झा ज्यौतिषी जमशेदपुर झारखंड मूल गांव राढ़ी दरभंगा मिथिला
🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏🌺 दैनिक पंचांग एवं राशिफल २३::१०::२०२३ सोमवार नवमी 🙏
🌺 ॐ नमः शिवाय ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे 🚩
🙏 *((डा सुधा नन्द झा ज्यौतिषी मिथिला मनोकामना ज्योतिष केंद्र जमशेदपुर झारखंड मूल गांव राढ़ी दरभंगा मिथिला मो एवं वाट्सअप नंबर ९४३०३३६५०३(9430336503) दिन में एग्यारह बजे से रात्रि नौ बजे तक संपर्क कर सकते हैं परामर्श शुल्क अनिवार्य 🙏🏻 जिनके विषय में कुछ जानकारी चाहिए तो उनका नाम पिताजी का नाम जन्म तारीख महीना इसवी जन्म समय और जन्म स्थान लिखकर दीजिए कृपया))*🙏🌺 मित्रों 🙏🏻 इस दैनिक पंचांग को आप भी अपने मित्रों और वाट्सअप समुहों में दीजिए जिससे कि अधिक से अधिक लोगों को लाभ हो सके 🙏🏻
🌺 मिथिला एवं काशी पंचांग के अनुसार निम्न पंचांग —
🙏 श्री शुभ संवत् २०८०
🌺श्री शक संवत् १९४५
🙏 काशी पंचांग में सूर्योदय –०६:२१
🌺 सूर्यास्त –०५::३९
🙏 आश्विन मास शुक्ल पक्ष नवमी तिथि दिन में –०३::१० मिनट तक इसके बाद दशमी तिथि।हवन नवमी में कर लीजिए
🌺श्रवण नक्षत्र दिन में –०३::४६ मिनट तक इसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र आरंभ और पंचक अर्थात भदवा आरम्भ किंतु विजयादशमी का पंचक नहीं लगता नवरात्र में विशेषकर विजयादशमी के दिन कोई भी शुभ कार्य कर सकते हैं कही की भी यात्रा कर सकते हैं
🙏शूल योग दिन में –०६::२० मिनट तक इसके बाद गण्ड योग
🌺 नवरात्रि में कोई भी राहुकाल या अशुभ मुहूर्त नहीं मां की महिमा अपरम्पार
🙏आज जिनका जन्मदिन है उन्हें जन्मदिन पर की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏🏻 हैप्पी बर्थडे
🌺आज आपका दिन मंगलमय हो आपको सफलता मिले आप सपरिवार हंसते मुस्कुराते हुए रहिए 🙏🏻 और अपने परिवार को तनावमुक्त रखिए 🙏🏻🙏 *योग प्राणायाम कुछ हल्के व्यायाम कीजिए संतुलित आहार लीजिए और नशा गुटखा आदि बुरे व्यसनों को छोड़ कर जीवन का वास्तविक आनंद लीजिए* 🙏🌺
🙏 नीचे दिए गए पंचांग सूरत गुजरात दिल्ली उज्जैन शिमलाआदि बंगलूरू कश्मीर सिंध प्रांत राजस्थान उत्तराखंड कश्मीर सिंध प्रांत आदि क्षेत्रों में अधिक उपयुक्त —
🌺
🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺
*********|| जय श्री राधे ||*********
🌺🙏 *महर्षि पाराशर पंचांग* 🙏🌺
🙏🌺🙏 *अथ पंचांगम्* 🙏🌺🙏
*********ll जय श्री राधे ll*********
🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺
*दिनाँक :-23/10/2023, सोमवार* नवमी, शुक्ल पक्ष, आश्विन “”””(समाप्ति काल)
तिथि————— नवमी 17: 44:07 तक
पक्ष————————— शुक्ल
नक्षत्र——————- श्रवण 17:13:03
योग———————- शूल 18:51:22
करण——————- बालव 06:53:33
करण——————- कौलव 17:44:07
करण——————– तैतुल 28:30:37
वार————————— सोमवार
माह————————– आश्विन
चन्द्र राशि————— मकर 28:21:42
चन्द्र राशि——————— कुम्भ
सूर्य राशि———————- तुला
रितु————————— हेमंत
आयन————————- दक्षिणायण
संवत्सर———————– शोभकृत
संवत्सर (उत्तर) ————पिंगल
विक्रम संवत——————- 2080
गुजराती संवत—————– 2079
शक संवत——————— 1945
कलि संवत——————– 5124
*वृन्दावन*
सूर्योदय———————– 06:24:47
सूर्यास्त———————— 17:41:54
दिन काल——————— 11:17:07
रात्री काल——————— 12:43:30
चंद्रोदय———————— 14:18:10
चंद्रास्त———————— 25:16:14
लग्न—————तुला 5°10′, 185°10′
सूर्य नक्षत्र——————— चित्रा
चन्द्र नक्षत्र——————— श्रवण
नक्षत्र पाया——————— ताम्र
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
खे———————- श्रवण 11:37:13
खो——————— श्रवण 17:13:03
गा——————— धनिष्ठा 22:47:51
गी——————— धनिष्ठा 28:21:42
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= तुला 5:30, चित्रा 4 री
चन्द्र=मकर 16:30 , श्रवण 3 खे
बुध =तुला 07°:53′ चित्रा, 1 रू
शु क्र=सिंह 18°05, पू o फाo’ 2 टा
मंगल=तुला 13°30 ‘ स्वाति’ 2 रे
गुरु=मेष 17°30 ‘ भरणी , 2 लू
शनि=कुम्भ 06°50 ‘ शतभिषा ,1 गो
राहू=(व) मेष 00°25 अश्विनी , 1 चू
केतु=(व) तुला 00°25 चित्रा , 3 रा
*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*
राहू काल 07:49 – 09:14 अशुभ
यम घंटा 10:39 – 12:03 अशुभ
गुली काल 13:28 – 14: 53अशुभ
अभिजित 11:41 – 12:26 शुभ
दूर मुहूर्त 12:26 – 13:11 अशुभ
दूर मुहूर्त 14:41 – 15:26 अशुभ
वर्ज्यम 20:56 – 22:26 अशुभ
🚩पंचक 28:22* – अहोरात्र अशुभ
💮चोघडिया, दिन
अमृत 06:25 – 07:49 शुभ
काल 07:49 – 09:14 अशुभ
शुभ 09:14 – 10:39 शुभ
रोग 10:39 – 12:03 अशुभ
उद्वेग 12:03 – 13:28 अशुभ
चर 13:28 – 14:53 शुभ
लाभ 14:53 – 16:17 शुभ
अमृत 16:17 – 17:42 शुभ
🚩चोघडिया, रात
चर 17:42 – 19:17 शुभ
रोग 19:17 – 20:53 अशुभ
काल 20:53 – 22:28 अशुभ
लाभ 22:28 – 24:04* शुभ
उद्वेग 24:04* – 25:39* अशुभ
शुभ 25:39* – 27:15* शुभ
अमृत 27:15* – 28:50* शुभ
चर 28:50* – 30:25* शुभ
💮होरा, दिन
चन्द्र 06:25 – 07:21
शनि 07:21 – 08:18
बृहस्पति 08:18 – 09:14
मंगल 09:14 – 10:10
सूर्य 10:10 – 11:07
शुक्र 11:07 – 12:03
बुध 12:03 – 12:59
चन्द्र 12:59 – 13:56
शनि 13:56 – 14:53
बृहस्पति 14:53 – 15:49
मंगल 15:49 – 16:45
सूर्य 16:45 – 17:42
🚩होरा, रात
शुक्र 17:42 – 18:46
बुध 18:46 – 19:49
चन्द्र 19:49 – 20:53
शनि 20:53 – 21:56
बृहस्पति 21:56 – 23:00
मंगल 23:00 – 24:04
सूर्य 24:04* – 25:07
शुक्र 25:07* – 26:11
बुध 26:11* – 27:15
चन्द्र 27:15* – 28:18
शनि 28:18* – 29:22
बृहस्पति 29:22* – 30:25
*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
तुला > 05:06 से 07:20 तक
वृश्चिक > 07:20 से 09:04 तक
धनु > 09:34 से 11:18 तक
मकर > 11:18 से 13:28 तक
कुम्भ > 13:28 से 15:00 तक
मीन > 15:00 से 16:22 तक
मेष > 16:22 से 18: 10 तक
वृषभ > 18:10 से 20:08 तक
मिथुन > 20:08 से 22:16 तक
कर्क > 22:16 से 00:36 तक
सिंह > 00:36 से 02:38 तक
कन्या > 03:38 से 05:00 तक
*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये, उद्वेगे थलगार।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार॥
रोग में रोगी स्नान करे, काल करो भण्डार।
अमृत में काम सभी करो, सहाय करो कर्तार॥
अर्थात- चर में वाहन, मशीन आदि कार्य करें।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें।
लाभ में व्यापार करें।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें।
*💮दिशा शूल ज्ञान—————-पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा खाके यात्रा कर सकते हैl
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं।।*
*महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत्।।*
9 + 2 + 1 = 12 ÷ 4 = 0 शेष
स्वर्ग लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक हैl
*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
शुक्र ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
9 + 9 + 5 = 23 ÷ 7 = 2 शेष
गौरि सन्निधौ = शुभ कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
*महानवमी (नवरात्रि समापन)
*हेमंत ऋतु प्रारम्भ
*सर्वार्थ सिद्धि योग 17:13 तक
*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*
दर्शनाध्यानसंस्पर्शैर्मत्सी कूर्मी च पक्षिणी।
शिशुपालयते नित्यं तथा सज्जनसड्गतिः।।
।। चा o नी o।।
जैसे मछली दृष्टी से, कछुआ ध्यान देकर और पंछी स्पर्श करके अपने बच्चो को पालते है, वैसे ही संतजन पुरुषों की संगती मनुष्य का पालन पोषण करती है.
*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: अर्जुनविषाद योग अo-01
येषामर्थे काङक्षितं नो राज्यं भोगाः सुखानि च।
त इमेऽवस्थिता युद्धे प्राणांस्त्यक्त्वा धनानि च॥,
हमें जिनके लिए राज्य, भोग और सुखादि अभीष्ट हैं, वे ही ये सब धन और जीवन की आशा को त्यागकर युद्ध में खड़े हैं
*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत।।
🐏मेष-
मनोरंजक यात्रा की योजना बनेगी। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। आय में वृद्धि होगी। बिगड़े काम बनेंगे। प्रसन्नता रहेगी। मित्रों के साथ अच्छा समय व्यतीत होगा। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य बिगड़ सकता है, ध्यान रखें। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। प्रमाद न करें।
🐂वृष-
घर-परिवार के साथ आराम तथा मनोरंजन के साथ समय व्यतीत होगा। मान-सम्मान मिलेगा। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। योजना फलीभूत होगी। कार्यस्थल पर परिवर्तन संभव है। विरोध होगा। काम करते समय लापरवाही न करें। चोट लग सकती है। थकान तथा कमजोरी महसूस होगी। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा।
👫मिथुन-
किसी भी व्यक्ति के उकसावे में न आएं। फालतू खर्च होगा। पुराना रोग उभर सकता है। सेहत को प्राथमिकता दें। लेन-देन में जल्दबाजी से हानि होगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। महत्वपूर्ण निर्णय लेने का समय नहीं है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। अनावश्यक जोखिम न लें।
🦀कर्क-
यात्रा मनोरंजक रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति संभव है। किसी बड़ी समस्या का हल मिलेगा। व्यावसायिक साझेदार पूर्ण सहयोग करेंगे। कोई नया उपक्रम प्रारंभ करने का मन बनेगा। सेहत का ध्यान रखें। वरिष्ठजनों की सलाह काम आएगी। नए मित्र बनेंगे। आय बनी रहेगी। हर कार्य बेहतर होगा।
🐅सिंह-
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। चोट व दुर्घटना से हानि संभव है। कार्य करते समय लापरवाही न करें। बनते कामों में बाधा हो सकती है। विवाद से बचें। काम में मन नहीं लगेगा। किसी व्यक्ति के उकसाने में न आएं। विवेक का प्रयोग करें। आय बनी रहेगी। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। व्यापार ठीक चलेगा।
🙍♀️कन्या-
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। मनपसंद भोजन की प्राप्ति संभव है। पारिवारिक सदस्यों तथा मित्रों के साथ आनंदायक समय व्यतीत होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।
⚖️तुला-
सामाजिक कार्यों में मन लगेगा। दूसरों की सहायता कर पाएंगे। मान-सम्मान मिलेगा। रुके कार्यों में गति आएगी। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। व्यापार ठीक चलेगा। मनोरंजक यात्रा हो सकती है। मित्रों के साथ अच्छा समय व्यतीत होगा। घर-बाहर सुख-शांति रहेगी। झंझटों में न पड़ें। ईर्ष्यालु सक्रिय रहेंगे।
🦂वृश्चिक-
बुरी सूचना मिल सकती है। मेहनत अधिक होगी। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। आय में कमी रहेगी। नकारात्मकता बढ़ेगी। विवाद से क्लेश होगा। जल्दबाजी में कोई महत्वपूर्ण निर्णय न लें। अनावश्यक परेशानी खड़ी हो सकती है। दूसरों की बातों में न आएं। धैर्य रखें, समय सुधरेगा।
🏹धनु-
लेन-देन में जल्दबाजी न करें। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से क्रोध रहेगा। भूमि व भवन संबंधी बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल रहेगा। बड़ा काम करने का मन बनेगा। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। आय में वृद्धि होगी।
🐊मकर-
घर-परिवार की चिंता रहेगी। किसी वरिष्ठ व्यक्ति का मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त होगा। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। घर-परिवार में प्रसन्नता रहेगी। बाहर जाने का मन बनेगा। भाइयों से मतभेद दूर होंगे। व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। संतान पक्ष से खुशियां प्राप्त होंगी।
🍯कुंभ-
उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। कोई नया बड़ा काम करने की योजना बनेगी। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। भ्रम की स्थिति बन सकती है। बुद्धि का प्रयोग करें। लाभ में वृद्धि होगी। समय प्रसन्नतापूर्वक व्यतीत होगा।
🐟मीन-
किसी प्रभावशाली व्यक्ति से सहयोग प्राप्त होगा। पूजा-पाठ में मन लगेगा। तीर्थदर्शन हो सकते हैं। विवेक का प्रयोग करें, लाभ होगा। मित्रों के साथ अच्छा समय बीतेगा। विरोध होगा। पारिवारिक सुख-शांति बनी रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। झंझटों में न पड़ें। जल्दबाजी से हानि होगी। आलस्य हावी रहेगा।
🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺🙏जय श्री सीताराम जय श्री राधे कृष्ण हर हर महादेव 🙏🏻 डा सुधा नन्द झा ज्यौतिषी जमशेदपुर मो एवं वाट्सअप नंबर 9430336503🙏🌺🙏🌺🙏🌺🌺🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏🌺