RCI, उन्नत भारत अभियान, एनआईटी जमशेदपुर के द्वारा आयोजित “उन्नत भारत अभियान, झारखण्ड, समीक्षा कार्यक्रम”
जमशेदपुर: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर , उन्नत भारत अभियान से जुड़े गांवों में बनने वाले सामानों को एक पहचान मिल सके, इसके लिए “उन्नति” ब्रांड लाने का निर्णय हुआ। इसके लिए विद्यार्थियों के बीच ‘लोगो’ के डिजाईन एवं टेग लाईन के लिए एक प्रतियोगिता का आरंभ डॉ रणजीत प्रसाद, क्षेत्रीय संयोजन संस्थान, उन्नत भारत अभियान, एनआईटी जमशेदपुर के द्वारा किया गया।
यह भी निर्णय लिया गया कि इन गांवों में कुटीर उद्योगों के तहत बनने वाले सामानों का सर्वे किया जायेगा और उनके सामानों की क्वालिटी बढाने, पेकिंग, बिक्री में सहयोग करने का प्रयास किया जाएगा।
ये बातें समीक्षा बैठक में डॉ रणजीत प्रसाद, क्षेत्रीय संयोजक, उन्नत भारत अभियान, झारखण्ड ने कहा।
कोरोना काल में उन्नत भारत अभियान से जुड़े संस्थानों नें क्या कार्य किया है और आगे की योजना की समीक्षा के क्रम में बीआईटी मेसरा के संयोजक डॉ राजीव कुमार सिंह, सिल्ली पोलेटेक्निक के श्री कुण्डु, जेकेएम बीएड कॉलेज घाटशिला की प्राचार्या डॉ कल्याणी कबीर, संयोजिका सुश्री सुशांति, कार्तिक भगत, विश्वजीत, सुश्री सुरुचि, सुमन सिंह, मिश्री लाल विश्वकर्मा ने अपने किये कार्यों का वर्णन करते हुए बताया कि इस काल में मास्क बाँटने, सेनेटाईजर बांटने, वेविनार के माध्यम से कोरोना के प्रति जागृति उत्पन्न करना, मशरुम के खेती का प्रशिक्षण, गोमय दिया, धूप, अगरबत्ती, गोमय एन्टी रेडियसन किट, बोडी लोशन, हेयर लोशन आदि बनाने का प्रशिक्षण बहुत छोटे स्तर पर प्रयोग के तौर पर किया गया। आगे इसके विस्तार एवं बने उत्पादों को बाजार मिल सके इसका प्रयास किया जाएगा।