बाल मेला का उद्घाटन का उद्घाटन करेगें राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश
बाल मेला में प्रवेश निःशुल्क है और माईम शो में भी प्रवेश निःशुल्क है:सरयू राय
बाल मेला 2022 कि व्यवस्था को सुचारू रूप से सफल बनाने के लिए मेला कार्यालय का हुआ उद्घाटन
कल बाल मेला का उद्घाटन है. राज्यसभा के उपसभापति श्री हरिवंश अपराह्न 3 बजे उद्घाटन करेंगे. बच्चों के खेलकूद के अतिरिक्त माईम शो कल के मेला कार्यक्रम का सर्वाधिक आकर्षक कार्यक्रम है. माईम शो बाल मेला के समीप स्थित टाउन हॉल में 5 बजे से शाम 7 बजे तक होगा. कोलकाता से आये हुए मॉडर्न माइम सेन्टर के निदेशक श्री कमल नस्कर अपनी टीम के साथ आ रहे हैं. श्री नस्कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर के माईम कलाकार हैं. इन्हें देश और दुनिया में अनेक पुरस्कार मिले हैं.
माईम कला क्षेत्र की की एक ऐसी विधा है जिसमें क़रीब आधा दर्जन कलाकारों का समूह अपने हाथों और चेहरे की भाव भंगिमा से रोचक प्रस्तुति देते हैं और घंटो तक दर्शकों को बांधे रहते हैं. मेला में आने वाले बच्चे और उनके अभिभावक टाऊन हॉल में कल शाम 5 बजे से 7 बजे तक माईम शो का आनन्द ले सकते हैं. विधायक सरजू राय ने कहा कि बाल मेला में प्रवेश निःशुल्क है और माईम शो में भी प्रवेश निःशुल्क है.
बाल मेला 2022 कि व्यवस्था को सुचारू रूप से सफल बनाने के लिए मेला कार्यालय का हुआ उद्घाटन
आज सांध्य 5 बजे सिदगोड़ा स्थित चिल्ड्रन पार्क में 12 नवंबर से प्रारंभ होने वाले बाल मेला 2022 कि व्यवस्था को सुचारू रूप से सफल बनाने के लिए मेला कार्यालय का उद्घाटन, सिदगोड़ा स्थित चिल्ड्रेन पार्क के पास जमशेदपुर पूर्व के विधायक श्री सरयू राय के द्वारा किया गया. मेले का उद्घाटन कल दिनांक 12 नवंबर को अपराह्न 3 बजे माननीय उपसभापति राज्यसभा श्री हरिवंश नारायण सिंह जी के द्वारा किया जाएगा. मेला 12 नवंबर से 14 नवंबर तक रोजाना सुबह 10 बजे से 7 सांध्य बजे तक प्रारंभ रहेगा.
मेले में बच्चों के उम्र की सीमा के अनुसार विभिन्न प्रकार के खेलकूद, गीत संगीत, निबंध, चित्रांकण आदि प्रतियोगिता, कठपुतली शो, माइम शो, बाल फ़िल्म, वैज्ञानिक प्रयोग, फैंसी पोषाक प्रतियोगिता, प्रदर्शनी, योगा, नाट्य प्रस्तुति, बच्चों के लिए निःषुल्क स्वास्थ्य जांच का भी आयोजन किया जा रहा है. साथ ही विस्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देशों के अनुरूप “स्वच्छ बचपन एवं स्वस्थ बचपन” से संबंधित जागरूकता अभियान की व्यवस्था की गई है. बच्चों में स्वास्थ्य संस्कार का रोपण, अपसंस्कृति का निवारण,
सोशल मीडिया एवं संचार माध्यमों के सदुपयोग के प्रति जागरूकता पैदा करने वाले रोचक कार्यक्रमों के माध्यम से बाल मन को सजग बनाने के कार्यक्रम मेला के दौरान प्रस्तुत किए जाएंगे. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप 21वीं सदी के लिए दक्ष एवं प्रवीण मानव संसाधन की चुनौतियों का समाधान करने के बारे में भी मेला में बच्चों के लिए हर प्रकार से उपयोगी कार्यक्रमों की श्रृंखला बाल मेला आयोजक समिति द्वारा किया गया है.