मैं बाप दादा की जमीन बेच सकता हूँ लेकिन जमीर के साथ सौदा नहीं कर सकता:मंत्री बन्ना गुप्ता
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि माँ भारती, राष्ट्रभाषा हिंदी, ओबीसी को 27% आरक्षण और आदिवासीयों के साथ गैर आदिवासियों के हक सम्मान और सुरक्षा लिए एक बार नहीं हजार बार मंत्री पद या कोई भी पद छोड़ने के लिए तैयार हूँ, मेरे लिए माँ भारती पहले और पार्टी उसके बाद है,
मैंने भोजपुरी, हिंदी और ओबीसी के 27% आरक्षण के लिए हमेशा आवाज उठाया था, उठाया है और उठाऊंगा चाहे इसका परिणाम कुछ भी हो, दुनिया में कोई ऐसा शख्सियत पैदा नहीं हुआ जो बन्ना गुप्ता को खरीद सके, बन्ना गुप्ता बकरी का बच्चा नहीं जो कोई डरा दें और वो डर जाए,
आत्मसम्मान, स्वाभिमान और राष्ट्रभाषा के नाम पर कभी समझौता नहीं करूंगा फिर इसके लिए मंत्री पद रहे या न रहे कोई मुझे फर्क नहीं पड़ता, झारखंड के सभी कांग्रेस कार्यकर्त्ता, आम जनता और सामाजिक न्याय के समर्थक जानते है
कि बन्ना गुप्ता उनके हक और अधिकार की लड़ाई हमेशा लडता रहा है और आगे भी लडता रहेगा, इसी को समझ कर मेरे विरोधी मेरे खिलाफ साजिश रच रहे है
जिसे झारखण्ड की जनता भी समझती है, मैं बाप दादा की जमीन बेच सकता हूँ लेकिन जमीर के साथ सौदा नहीं कर सकता