मणिपुर में शांति की पहल करें पीएम मोदी, हम उनका समर्थन करेंगे: गौरव गोगोई
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि प्रधानमंत्री को यह स्वीकार करना होगा कि उनकी डबल इंजन सरकार, मणिपुर में उनकी सरकार विफल हो गई है। मणिपुर में 150 लोगों की जान गई है। करीब 5000 घरों को जलाया गया। 60,000 लोग राहत शिविरों में रहे है। मणिपुर हिंसा मामले में 6500 FIR दर्ज की गई हैं। कांग्रेस सांसद ने कहा कि पीएम मोदी मणिपुर में शांति की पहल करें, हम उनका समर्थन करेंगे। गोगोई ने संसद में कहा कि प्रधानमंत्री को छवि से लगाव है। उन्हें ड्रग्स की समस्या या दूसरी समस्याओं से मतलब नहीं है। पीएम मोदी के मौन रहने का दूसरा कारण है कि गृह विभाग और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार विफल रहे हैं।इससे पहले केंद्र सरकार के खिलाफ लोकसभा में आए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई।
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि क्या हम बताएं कि स्पीकर के दफ्तर के अंदर प्रधानमंत्री ने क्या-क्या कहा। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने PM मोदी से पूछा कि मणिपुर सब गए लेकिन पीएम मोदी क्यों नहीं गए। मणिपुर मुद्दे पर बोलने में उन्हें 80 दिन क्यों लगे। मुख्यमंत्री ने अब तक मणिपुर के मुख्यमंत्री को बर्खास्त क्यों नहीं किया। हम अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए मजबूर हैं। यह कभी भी संख्या के बारे में नहीं था बल्कि मणिपुर के लिए न्याय के बारे में था। आज मणिपुर न्याय मांग रहा है।इससे पहले राज्यसभा की कार्यवाही आज शुरू होने के कुछ देर बाद सभापति ने दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। राज्यसभा के सभापति ने टीएमसी सांसद डेरेक ओ’ब्रायन को मौजूदा सत्र के बाकी दिनों के लिए सस्पेंड कर दिया। सदन में असंसदीय व्यवहार के चलते निलंबित किया गया। पीयूष गोयल ने प्रस्ताव रखा था। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव देते हुए चीन के साथ सीमा स्थिति पर चर्चा की मांग की है। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा से पहले बीजेपी की संसदीय बैठक की गई। इस दौरान बैठक में पीएम मोदी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा।
TMC सांसद डेरेक पूरे सत्र के लिए हुए सस्पेंड
टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को सदन का अपमान करने के मामले में पूरे सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। डेरेक लगातार चेयरमैन की तरफ चिल्लाते हुए नियम 267 के तहत मणिपुर पर चर्चा की मांग कर रहे थे। सभापति ने पहले चेतवानी दी। इसके बाद पीयूष गोयल ने उनके निलंबन का प्रस्ताव पेश किया और फिर डेरेक को मौजूदा सत्र के बचे समय के लिए निलंबित कर दिया गया।
2 दिनों में कुल 12 घंटे का समय किया अलॉट
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए 2 दिनों में कुल 12 घंटे का समय अलॉट किया गया है। इसमें 29 मिनट YSRCP, 24 मिनट शिवसेना, 21 मिनट जेडीयू, 12 मिनट बीएसपी, 8 मिनट एलजेएसपी को दिया गया है। बाकी के एनडीए समर्थक दलों और निर्दलीय सांसदों को 17 मिनट मिलेंगे। इसमें एआईडीएमके, आजसू, एमएनएफ, एनपीपी, एसकेएम जैसे दल हैं। सपा, एनसीपी, सीपीआई, टीडीपी, जेडीएस, शिरोमणि अकाली दल, आम आदमी पार्टी जैसे दलों को मिलाकर 52 मिनट समय दिया गया है।
लोकसभा में राहुल गांधी करेंगे बहस की शुरुआत
मोदी सरकार अपनी उपलब्धियां गिनाएगी। निशिकांत दुबे भाजपा की ओर से पहले वक्ता होंगे। वहीं, विपक्ष सरकार की खामियां गिना कर उसे कटघरे में खड़ा करने की कोशिश करेगी। प्रस्ताव पेश करने वाले गौरव गोगोई आसन से अपनी जगह राहुल गांधी को चर्चा की शुरुआत करने देने का अनुरोध करेंगे। आज दोपहर 12 बजे इस अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगा।
विपक्ष के इन मुद्दों पर सरकार को घेरेगी
विपक्ष के नेता मुख्य रूप से मणिपुर हिंसा के बहाने महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा, केंद्रीय जांच एजेंसियों के राजनीतिक इस्तेमाल, विपक्षशासित राज्यों में राज्यपालों की राज्य सरकारों के खिलाफ नकारात्मक रवैया और देश में सांप्रदायिक सद्भाव के कथित तौर पर लगातार खराब होने के मुद्दे पर सरकार को घेरेगी।
सरकार की ओर से दस सांसद लेंगे चर्चा में भाग
केंद्र सरकार की ओर से दस सांसद चर्चा में शामिल होंगे। इन सांसदों को क्षेत्र विशेष की उपलब्धियां गिनाने का निर्देश दिया गया है। यानी हर वक्ता मोदी सरकार के अलग-अलग क्षेत्र की उपलब्धियां गिनाएंगे। विपक्षी दल मणिपुर में जातीय हिंसा को लेकर संसद में प्रधानमंत्री मोदी के बयान की मांग कर रहे हैं और इसके कारण 20 जुलाई से आरंभ हुआ संसद का मानसून सत्र हंगामेदार रहा है।