प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि हम बुद्ध के विचारों से चुनौती से निपटेंगे। पीएम मोदी ने आषाढ़ पूर्णिमा पर आयोजित समारोह को वीडियो कांफ्रेन्स से संबोधित करते हुए कहा कि भगवान बुद्ध का आष्टांगिक मार्ग कई समाज और राष्ट्र के कल्याण की दिशा में रास्ता दिखाता है।यह करुणा और दया के महत्व पर प्रकाश डालता है
बता दें कि संस्कृति मंत्रालय के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ शनिवार को धम्म चक्र दिवस के रूप में आषाढ़ पूर्णिमा मना रहा है। यह दिवस उत्तर प्रदेश में वाराणसी के निकट सारनाथ में ऋषिपटन स्थित हिरण उद्यान में आज ही के दिन महात्मा बुद्ध द्वारा अपने प्रथम पांच तपस्वी शिष्यों को दिए गए ‘प्रथम उपदेश’ को ध्यान में रखकर मनाया जाता है।
आज का दिन हमारे गुरुओं को याद करने का दिन है, जिन्होंने हमें ज्ञान दिया।
उस भावना में, हम भगवान बुद्ध को श्रद्धांजलि देते हैं
बौद्ध धर्म सम्मान सिखाता है। लोगों का सम्मान, गरीबों का सम्मान करें, महिलाओं का सम्मान, शांति और अहिंसा का सम्मान।
भगवान बुद्ध के उपदेश ‘विचार और कार्य’ दोनों में सरलता की सीख देते हैं।
आज विश्व असाधारण चुनौतियों से निपट रहा है, इन चुनौतियों का स्थायी समाधान भगवान बुद्ध के आदर्शों से मिल सकता है।