सूर्य मंदिर पर भाजपा और भारतीय जनतंत्र मोर्चा आमने-सामने
सूर्य मंदिर की आड़ में व्यवसाय चलाने वाले लोगों का भांडा फूट रहा है तो वे बौखला गये हैं:सुबोध श्रीवास्तव
भारतीय जनतंत्र मोर्चा के केन्द्रीय उपाध्यक्ष राम नारायण शर्मा और जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव का संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा है कि सूर्य मंदिर की आड़ में व्यवसाय चलाने वाले लोगों का भांडा फूट रहा है तो वे बौखला गये हैं। सिदगोड़ा स्थित सूर्य मंदिर की सीमा पर सांसद महेश पोद्दार की सांसद निधि से ग्रिल लगाकर घेरे में का काम किया गया है। उसकी सीमा परिभाषित हो गयी है। यह सूर्य मंदिर भी सरकारी जमीन पर बना है और इसका अधिकांश कार्य विभिन्न सरकारी निधि की योजनाओं से बना हुआ है। सूर्य मंदिर के नाम पर धंधा चलाने वाले और अवैध कमाई करने वालों के समूह की नजर अब सूर्य मंदिर के सामने की जमीन पर है जहाँ तालाब है, मैदान बना हुआ है और एक किनारे पर अय्याशी का अड्डा के रूप में एक कैफेटेरिया बना हुआ है। 3 साल पहले तक ये लोग इससे साल में लाखों रुपये की कमाई करते थे। जबसे श्री सरयू राय जमशेदपुर पूर्वी के विधायक बने हैं इनका अयाशी का अड्डा बंद हो गया है और सरकार ने इस पूरे भूखंड पर कब्जा कर लिया है। इससे बौखलाए लोग उलूल-जुलूल हरकतें कर रहे हैं।
इस भूखंड पर जाने वालों से ये लोग वर्षों से 5 रुपए प्रति व्यक्ति की दर से अवैध वसूली कर रहे हैं। हद तो तब हो गयी जब आज इन्होंने धालभूम के एसडीओ को भी वहाँ जाने से रोक दिया और कहा कि पहले 5 रुपए का टिकट खरीदिए तब वहाँ जाइए। एसडीओ ने झाड़ पिलाया तब ये औकात में आ गये और चिरौरी मिन्नत करने लगे। अब इनकी हरकतें प्रशासन के नजर में भी आ गयी है।
2012 में लाखों रुपए के खर्च पर पर्यटन विभाग के द्वारा यहाँ चिल्ड्रेन पार्क बनाया गया था। 2012 से 2020 तक ये लोग चिल्ड्रेन पार्क में जाने के लिए प्रति व्यक्ति 5 रुपए की वसूली कर रहे थे। श्री सरयू राय के विधायक बनने के बाद यह वसूली रूक गयी तो ये लोग खेलकूद और बच्चों के मनोरंजन का सारा समान वहाँ से हटाने लगे। पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस ने कुछ समानों को बगल में रखवा दिया। कई समान वहाँ टूटे-फूटे बिखरे हुए हैं और कई समानो की इन्होंने चोरी कर ली है। इस मामले में सूर्य मंदिर के अध्यक्ष पर पर्यटन विभाग ने सिदगोड़ा थाना में एफआईआर दर्ज किया परंतु कोई कारवाई नहीं हुई।
जब विधायक सरयू राय की निधि से वहाँ चिल्ड्रेन पार्क पुनः स्थापित होने लगा है और चिल्डेªन पार्क का उद्घाटन के अवसर पर राष्ट्रीय बाल दिवस के उपलक्ष्य पर 3 दिवसीय बाल मेला का आयोजन किया जा रहा है तब ये लोग साजिश रच रहे हैं कि कैसे इसमें बाधा पहुँचाई जाए और कैसे चिल्ड्रेन पार्क पर कमाई करने वाले बच्चों और महिलाओं से टिकट लगाकर अवैध वसूली की जाय।
वर्ष 2021 में प्रशासन ने 9 अफसरों की कमिटी बनाकर जाँच किया और पाया कि इस परिसर की सारी जमीन सरकारी है। इस पर जितने भवन बनाये गये हैं सरकारी निधि से बनाये गये हैं। इसके बाद पूर्व उपायुक्त सूरज कुमार ने इसे कब्जा में लेने का आदेश दिया और उनके आदेश के आलोक में वर्तमान उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव ने इस परिसर को कब्जे में लेकर संचालन के लिए एक समिति बना दिया। यह समिति बनने के बाद वे समझ गये हैं कि उनके पेट पर लात पड़ रहा है। सलाना 80 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये तक की इनकी सरकारी कमाई बंद होते जा रही है। इनकी बौखलाहट का मुख्य कारण यही है।
सूर्य मंदिर परिसर में स्थित टाऊन हाॅल, सोन मंडप, यात्री निवास, चिल्ड्रेन पार्क, शंख मैदान से होने वाली कमाई किसकी जेब में जाती है? इसकी जांच प्रशासन करे। इससे कितनी कमाई होती थी, इसका नमूना सोन मंडप है। वर्ष 2020 में विधायक सरयू राय की पहल पर जमशेदपुर अक्षेस ने सोन मंडप का प्रबंधन अपने हाथ मे लिया। पूर्व मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास के गुर्गों द्वारा की गयी पहले की बुकिंग का पैसा जमशेदपुर अक्षेस को लौटाना पड़ा, 2 साल तक कोरोना में कोई बुकिंग नहीं हुई, इसके बाद भी वर्ष 2020 से जुलाई 2022 तक सोन मंडप से जमशेदपुर अक्षेस को करीब 56 लाख रुपया का राजस्व मिला है। इससे समझा जा सकता है कि सोन मंडप, टाऊन हाॅल, चिल्ड्रेन पार्क, शंख मैदान से सालाना इन्हें कितनी आमदनी होती थी। अंदाजन यह कमाई 1 करोड़ रुपए से अधिक है।
इतना ही नहीं ये लोग टाऊन हाॅल, सोन मंडप, यात्री निवास पर लगे सोलर पैनलों से उत्पादित करीब 45 किलोवाट सौर बिजली की चोरी कई वर्षों से करते आ रहे हैं। ये सौर पैनल इसलिए लगे थे कि जिन भवनों पर ये स्थापित हैं उन्हीं भवनों में इससे उत्पादित बिजली का उपयोग होगा। परंतु स्थिति यह है कि सोन मंडप पर जुस्को का 46 लाख रुपया बिजली बिल बकाया है, सोन मंडप पर 4 लाख 50 हजार का बिजली बिल बकाया है और यात्री निवास पर 3 लाख 50 हजार का जुस्को को बिजली बिल बकाया है। यह बिजली चोरी का एक नमूना है। सरकार ने इस परिसर का अधिग्रहण कर लिया है तो इनकी कमाई बंद हो गयी है। इसलिए ये लोग कोई न काई बखेड़ा खड़ा कर रहे हैं। अब ये चिल्ड्रेन पार्क के उद्घाटन के अवसर पर आयोजित तीन दिवसीय ‘बाल मेला’ में विध्न डालने की साजिश रच रहे हैं।