जन संघर्ष मोर्चा पाकुड़ के द्वारा सहकारिता विभाग पाकुड़ द्वारा संचालित पाकुड़ और सोनाजोड़ी लैम्पस में गृह लक्ष्मी जमा बृद्धि योजना के खाताधारिओं के द्वारा अपने जमाराशि का भुगतान नहीं होने के विरोध में सिद्धो-कान्हु पार्क पाकुड़ से समाहरणालय पाकुड़ तक भुगतान मार्च मोर्चा के संयोजक हिसाबी राय के नेतृत्व निकाला गया।इस भुगतान मार्च में पाकुड़ एवं सोनाजोड़ी लैम्पस के खाताधारकों सहित बड़ी संख्या में मातृशक्तियों ने भी भाग लिया। उक्त भुगतान मार्च में अनुग्राहित प्रसाद साह विशेष रूप से उपस्थित रहे।
भुगतान मार्च समाहरणालय पाकुड़ पहुंच कर सभा में तब्दील हो गई। इस अवसर संयोजक हिसाबी राय ने बताया कि बताया कि सहकारिता विभाग पाकुड़ द्वारा संचालित पाकुड़ एवं सोनाजोड़ी लैम्पस में लगभग तीन हजार ऐसे खाताधारी हैं जिन्होंने गृहलक्ष्मी जमावृद्धि योजना के तहत अपने दैनिक आमदनी का कुछ भाग बचाकर बरसों से जमा करते रहे हैं।सभी अत्यंत गरीब और निम्न मध्यम वर्ग के लोग हैं।जिन्होंने अपने दैनिक बचत की राशि एजेंट के माध्यम से जमा करते रहे हैं।लेकिन परिपक्वता की अवधि पूरी होने के बाद भी वर्ष 2018 से खाताधारकों को भुगतान नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण आन्दोलन का रास्ता अपनाया गया है।
तदोपरांत जन संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल के द्वारा खाताधारिओं के भुगतान से संबंधित ज्ञापन उपायुक्त पाकुड़ श्री वरूण रंजन को उनके कार्यालय कक्ष में सौंपा गया। मौके पर जिला सहकारिता पदाधिकारी भी मौजूद थे।ज्ञापन सौंपने के उपरांत उपायुक्त ने वार्ता के क्रम में प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि गरीबों की राशि किसी भी कीमत पर डुबने नहीं दिया जाएगा। जितने लोगों को ऋण लैम्पस के द्वारा दिया गया है उसकी वसुली कर जमाकर्ताओं को भुगतान किया जाएगा।ऋण वसूली क्रमबद्ध रूप विभाग द्वारा किया जाएगा।ऋण वसूली नहीं होने पर अन्त में कुर्की जप्ती की कार्रवाई किया जाएगा।
आज भुगतान मार्च में अनिकेत गोस्वामी सुशील साहा मुरारी मंडल जन संघर्ष मोर्चा के सह-संयोजक प्रकाश साहा कयूम अंसारी अमर सिंह,मोहम्मद असगर अली,अशोक कुमार भगत,गौतम सिंह,पिंटू कुमार दास, गणेश साह अमित ठाकुर गोपाल सिंह मोहम्मद मोबीन अंसारी विकास मंडल शकील अहमद सुशील साह अमर सिंह विशाल सिंह मोहम्मद आरिफ अंसारी मृणाल चंद्र साहा धनंजय साह अरुण साहा मोहम्मद नाजिम शाहिद खान मोहम्मद मुन्ना अंसारी अब्दुल अंसारी दीपक कुमार भगत किशोर भगत गोपाल दत्ता रंजीत राम सहित सैकड़ों की संख्या में खाताधारी मौजूद थे।