तुलसी भवन प्रयाग कक्ष में होली मिलन सह साहित्यकार द्वय महादेवी वर्मा एवं भवानी प्रसाद मिश्र की जयंती का आयोजन
तुलसी भवन प्रयाग कक्ष में होली मिलन सह साहित्यकार द्वय महादेवी वर्मा एवं भवानी प्रसाद मिश्र की जयंती का आयोजन तुलसी भवन के मानद महासचिव श्री प्रसेनजित तिवारी जी की अध्यक्षता तथा साहित्य समिति के कार्यकारी अध्यक्ष श्री यमुना तिवारी ‘व्यथित’ जी के संचालन में किया गया कार्यक्रम की शुरुआत श्री शीतल प्रसाद दुबे के द्वारा सरस्वती वंदना से हुई …. कार्यक्रम में तुलसी भवन के न्यासी श्री अरुण कुमार तिवारी, अध्यक्ष श्री सुभाष चन्द्र मुनका, कोषाध्यक्ष श्री बिमल जालान, कार्यकारिणी सदस्य श्री प्रसन्न वदन मेहता जी के गरिमामय उपस्थिति में शहर के कुल 45 कवियों ने काव्य पाठ किया जिनके नाम निम्नलिखित है । यमुना तिवारी व्यथित अरुण तिवारी प्रसेनजीत तिवारी श्री राम पांडे भार्गव धर्म चंद्र पोद्दार शीतल प्रसाद दुबे बीना पांडे भारती सरोज सिंह आरती श्रीवास्तव वीणा कुमारी कन्हैया लाल माधवी उपाध्याय नीलिमा पांडे अनीता निधि संतोष पांडे प्रकाश चंद बिमल किशोर कैलाश नाथ बलविंदर सिंह विनय कुमार उमा पांडे अशोक पाठक स्नेही सुभाष चंद्र रीना सिन्हा वसंत जमशेदपुरी संतोष चौबे सूरज सिंह राजपूत नीता सागर चौधरी पूनम मेहता रीना गुप्ता जितेश तिवारी बिमल जालान उषा झा माधुरी मिश्रा विक्रमा सिंह देव दुबर क्षमा श्री पद्मा प्रसाद आदि उपास्थित रहे ।
कार्यक्रम के अंतिम पड़ाव में श्री अरुण कुमार तिवारी जी ने रंगो के त्योहार होली के महत्व को बताते हुए समाज में में परस्पर भाईचारा वह राष्ट्रहित में कार्यरत रहने की सलाह दी वही कोषाध्यक्ष विमल चालान जी ने प्रत्येक रंग के अलग-अलग महत्व का वर्णन अपने शब्दों में किया ।
अध्यक्षीय वक्तव्य को संबोधित करते हुए मानद महासचिव प्रसेनजीत तिवारी जी ने राष्ट्र हित को सर्वोपरि मांगते हुए यह संदेश दिया कि रंगों के पर्व में हम सभी को आपसी मतभेद भुलाकर एकजुट होकर समाज को नई दिशा दिखानी होगी जो सच कलमकार का कर्तव्य है एक साहित्यकार हैं समाज को नई दिशा दे सकता है ।
साहित्य समिति के सचिव डॉ. अजय ओझा जी ने धन्यवाद ज्ञापन कर कार्यक्रम के समापन की घोषणा की ।
कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रगान प्रस्तुत किया क्या ।