पांच दिवसीय मसरूम एवम उधानिकी प्रक्षिण कार्यक्रम के अंतिम दिन ज़िला कृषि पधाधिकारी श्री सबन गुड़िया के द्वारा प्रशिक्षण ले रहे महिला एवम पुरुष के बीच प्रमाण पत्र का वितरण किया गया । जिल कृषि पधाधिकारी सह जिला उद्यान पधाधिकारी के द्वारा किसानों को मसरूम एवम उद्यानिकी संबंधित विषयों पर विस्तार से चर्चा की। मसरूम की खेती वर्तमान समय में युवा किसानों के लिए स्व रोजगार का अच्छा साधन है , जिसे ग्रुपस के माध्यम से किसान जुड़कर इसे व्यापक रूप दे सकते है। शहरो में आज के समय मशरूम की अच्छी मांग है। मसरूम स्वास्थ के लिए काफी लाफदायक है। जिला कृषि पधाधिकारी के द्वारा जैविक कृषि को अपनाने के लिए किसानों आहवान किया गया क्योंकि जैविक खेती वर्तमान समय की मांग है। जैविक खेती की विशेषता के बारे में किसानों को विस्तार पूर्वक बताया गया। BTM सुजीत कुमार के द्वारा ग्रुप बनाकर मासरुम एवम जैविक खेती कैसे करे इसके बारे बताया गया। बताया गया की ग्रुप का निर्माण करते समय किन बातों का ध्यान रखना है जिसे की ग्रुप लंबे समय तक टिका रहे एवम लाभकारी हो।