नए एसएसपी को पुलिसिंग सिस्टम सुधारने में पुराना अनुभव आएगा काम
देवानंद सिंह
जमशेदपुर में नए एसएसपी प्रभात कुमार ने अपना पदभार ग्रहण कर लिया है। उन्होंने निवर्तमान एसएसपी डॉ एम तमिलवानन की जगह पदभार ग्रहण किया। डॉ एम तमिलवानन यहां पिछले दो साल से तैनात थे। उनके कार्यकाल में पुलिसिंग सिस्टम में कई सुधार देखने को मिले, जिसका फायदा आगे पुलिस को मिलेगा। वहीं, नए एसएसपी प्रभात कुमार की बात करें तो वह एक प्रतिभावान आईपीएस अफसर हैं और पुलिसिंग सिस्टम में कैसे सुधार लाना है,
भली-भांति जानते हैं। शहर के लिए यह बहुत बड़ा प्लस प्वाइंट है कि नए एसएसपी का जमशेदपुर में पुलिसिंग का पुराना अनुभव रहा है। दरअसल, वह बतौर ग्रामीण एवं सिटी एसपी यहां अपनी सेवा दे चुके हैं। इसीलिए उन्हें शहर की भी जानकारी है और अपराधियों की नब्ज भी, इसीलिए प्रभात कुमार अपराधियों पर हर संभव नकेल कसेंगे। पहले भी उनका जोर कम्यूनिटी पुलिसिंग पर रहा है, जो आज की सबसे बड़ी दरकार है। कार्यभार ग्रहण करने के दौरान भी उन्होंने इसी बात पर जोर दिया और कम्यूनिटी पुलिसिंग को विशेष प्राथमिकता देने की बात कही। वहीं, कानून व्यवस्था को सुधारने पर भी उनका विशेषतौर पर ध्यान रहेगा।
किसी भी जिले की पुलिस के लिए यही दो चीजें मुख्य चुनौती होती हैं। कम्यूनिटी पुलिसिंग के तहत पुलिस का समाज के हर वर्ग से संवाद जरूरी है। इस मामले में प्रभात कुमार माहिर रहे हैं। इसीलिए इसमें कोई शक नहीं कि उन्हें कम्यूनिटी पुलिसिंग स्थापित करने में कोई चुनौती आएगी। जहां तक कानून व्यवस्था का सवाल है, उसके तहत अपराधियों पर शिकंजा कसना जरूरी है। अक्सर देखने को मिलता है कि अपराधी अपना खौफ पैदा करने के लिए बीच-बीच में वारदातों को अंजाम देते हैं। जैसा कल भी हुआ, नए एसएसपी प्रभात कुमार ने पदभार ग्रहण किया और बदमाशों ने शहर में कई वारदातों को अंजाम दिया। इससे भले ही नए कप्तान के आने पर अपराधियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी हो, लेकिन अपराधियों को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है,
क्योंकि नए कप्तान उन पर पूरी तरह शिकंजा कसेंगे। उन्होंने शहरवासियों से भी सहयोग की अपील की। निश्चित ही, लोगों का सहयोग साथ में रहेगा तो नए कप्तान को पुलिसिंग
सिस्टम सुधारने में कोई भी चुनौती नहीं आएगी। अपराधियों को अपने बिलों में घुसने की जरूरत पड़ेगी, क्योंकि नए एसएसपी के रहते वो वारदातों को अंजाम नहीं दे पाएंगे।
वर्चस्व की लड़ाई धातकीडीह में चली गोली पुलिस भर्ती सुलझाने में लगी
जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित धातकिडीह बी-ब्लॉक लाइन नंबर-8 निवासी कांग्रेस नेता मो. इकबाल और नशेड़ी गैंग के सरगना सलमान के बीच का विवाद काफी पुराना है.
सूत्र बताते हैं दोनों के बीच अक्सर वर्चस्व को लेकर ऐसी घटनाएं होती रही है. शुक्रवार को इकबाल की हत्या करने का ही उद्देश्य से सलमान उसके घर पहुंचा था.बिष्टुपुर में अपनी अपनी वर्चस्व कायम करना चाहता है दोनों गुट सलमान ने
इकबाल को रास्ते से हटाने के प्लान के तहत भी चलाई थी गोली
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फायरिंग के मामले में पुलिस ने सलमान समेत उसके गैंग के कुल 14 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की
इकबाल उर्फ मो. फरीद अहमद के बयान पर भालुबासा रोड नंबर 3 का रहने वाला सलमान खान, सोनारी का जाफर, गामा, उर्फ सरफराज कुरैशी, सन्नी, धतकीडीह लाइन नंबर 8 का मो. आलम, फहीम कुरैशी, वसीम कुरैशी, नसीम कुरैशी, राजा कुरैशी, संजु कुरैशी, तनवीर, राजू, मेराज और मुन्ना टैबलेट के ऊपर प्राथमिकी दर्ज की गई है