नई दिल्ली. दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में मंगलवार को पामोलीन कांडला तेल कीमतों में तेजी आई तथा सोयाबीन तेल-तिलहन, कच्चे पामतेल (सीपीओ) में गिरावट देखने को मिली। दूसरी ओर सरसों और मूंगफली तेल-तिलहन, बिनौला एवं पामोलीन तेल के भाव पूर्ववत बने रहे। दूसरी तरफ इंदौर के खाद्य तेल बाजार में मंगलवार को मूंगफली तेल 10 रुपये और सोयाबीन रिफाइंड के भाव में 10 प्रति 10 किलोग्राम की कमी हुई। तिलहन में सरसों 200 रुपये प्रति क्विंटल महंगी बिकी।दालें सस्तीं- इंदौर के संयोगिता गंज अनाज मंडी में मंगलवार को चना कांटा 50 रुपये और उड़द के भाव में 100 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी हुई। मूंग 150 रुपये प्रति क्विंटल सस्ती बिकी। तुअर (अरहर) की दाल 100 रुपये, मूंग की दाल 100 रुपये और मूंग मोगर के भाव में 100 रुपये प्रति क्विंटल की कमी हुई।
पामोलीन कांडला कीमत में सुधार- बता दें सीपीओ का आयात करना सस्ता बैठता है, और तेल कारोबारी सीपीओ से पामोलीन बना रहे हैं जिससे यहां उद्योग चल रहा है। मौजूदा स्थिति में पामोलीन का भाव बेपड़ता होने से आयातकों ने पामोलीन का आयात करना बंद कर दिया है। पामोलीन कांडला का भाव पड़ता (खरीद भाव के मुकाबले स्थानीय भाव महंगा है) होने की वजह से पामोलीन कांडला कीमत में सुधार है। मांग होने के बीच सामान्य कारोबार के दौरान सरसों और मूंगफली तेल-तिलहन के भाव पूर्ववत रहे। बिनौला में कारोबार खत्म हो चुका है और इसके भाव भी जस के तस रहे।