ओडिशा के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, विपक्ष के नेता ने आंबेडकर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी
ओडिशा के राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति, मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और विपक्ष के नेता नवीन पटनायक ने सोमवार को भीम राव आंबेडकर को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
राज्यपाल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा गया, ‘‘माननीय राज्यपाल श्री डॉ. हरि बाबू कंभमपति ने भारतीय संविधान के निर्माताओं में से एक डॉ. बी. आर. आंबेडकर को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की है।’’
पार्टी लाइन से हटकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) और कांग्रेस के नेता शहर के एजी स्क्वायर पर एकत्र हुए और आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. बी. आर. आंबेडकर की जयंती के अवसर पर ए. जी. चौक, भुवनेश्वर में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। हमारी सरकार डॉ. आंबेडकर की समानता की विचारधारा का अनुसरण करती है।’’
ओडिशा विधानसभा में विपक्ष के नेता और बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भारतीय संविधान के निर्माता, भारत रत्न डॉ. बी. आर. आंबेडकर को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। दूरदर्शी नेता और विद्वान अपने पूरे जीवन में सामाजिक न्याय के हिमायती रहे, जो आज भी राष्ट्र का मार्गदर्शन कर रहे हैं। उन्हें वंचितों और हाशिए पर पड़े लोगों के उत्थान के वास्ते उनके आजीवन प्रयासों के लिए याद किया जाएगा।
ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (ओपीसीसी) अध्यक्ष भक्त चरण दास और पार्टी के अन्य नेताओं ने भी आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और कांग्रेस भवन में एक स्मृति सभा आयोजित की। आंबेडकर को अनुसूचित जातियों के सशक्तिकरण के लिए उनके आजीवन संघर्ष और संविधान का मसौदा तैयार करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाना जाता है।
दलित परिवार में 1891 में जन्मे आंबेडकर एक प्रतिभाशाली छात्र थे, जिन्होंने विदेश में पढ़ाई की। भारतीय समाज में उनके साथ हुए भेदभाव ने उन्हें एक प्रतिबद्ध समाज सुधारक बना दिया। वह भारत के पहले कानून मंत्री थे। 1956 में उनकी मृत्यु हो गई।