फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी जामताड़ा श्री शशि भूषण मेहरा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक संपन्न
*◼️जिले में 10 से 25 अगस्त तक चलाया जाएगा विशेष अभियान*
*◼️ वर्ष 2027 तक फाइलेरिया के जड़ से उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है, जो सभी के सामूहिक प्रयास से हो सकता है – उपायुक्त*
*◼️बैठक में विशेषज्ञ चिकित्सक ने बताया कि लक्षित आबादी को आईवर मेक्टिन डी.ई.सी. एवं अलबेन्डाजोल गोली की एक खुराक वर्ष मे एक बार खिलाने पर 80 से 90 प्रतिशत तक इस बीमारी के प्रसार पर नियंत्रण किया जा सकता है*
*◼️जिले के लक्षित आबादी कुल 7 लाख 49 हजार 128 लोगों को दी जानी है फाइलेरिया रोधी खुराक*
आज दिनांक 01.08.2023 को उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी जामताड़ा श्री शशि भूषण मेहरा (भा०प्र०से०) की अध्यक्षता में राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत आगामी 10 अगस्त से 25 अगस्त 2023 तक जामताड़ा में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान (एमडीए) के सफल संचालन से संबंधित समीक्षा हेतु बैठक आहूत किया गया।
*माइक्रोप्लान बनाकर करें कार्य*
बैठक को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि फाइलेरिया एक ऐसी बिमारी है जिसकी वजह से प्रभावित अंगों जैसे हाथ पाँव (हाथीपांव) का फूलना और हाइड्रोसिल होता है। यह फाइलेरिया वूचेरिया बैन्क्राफ्टी (Wucheria bancrofti) कृमि की वजह से होता है जो क्यूलेक्स मच्छर के द्वारा फैलता है। क्यूलेक्स मच्छर जमे हुए गंदे पानी में पैदा होते हैं। इसके उपचार हेतु डी.ई.सी. गोली एवं अलबेण्डाजोल बहुत ही कारगर दवा है। लक्षित आबादी को आईवर मेक्टिन डी.ई.सी. एवं अलबेन्डाजोल गोली की एक खुराक वर्ष मे एक बार खिलाने पर 80 से 90 प्रतिशत तक इस बीमारी के प्रसार पर नियंत्रण किया जा सकता है। इसी को लेकर जिले में आगामी 10 से 25 अगस्त तक फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में फाइलेरिया से प्रभावित कुल 09 जिले हैं जिसमें जामताड़ा भी शामिल है। उन्होंने आगे कहा कि 2027 तक फाइलेरिया का जड़ से उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है, जो सभी के सामूहिक प्रयास से हो सकता है। उन्होंने संबंधित विभाग के पदाधिकारी को इस हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए माइक्रोप्लान बनाएं एवं उन्हें उपलब्ध कराएं। साथ ही फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का व्यापक प्रचार प्रसार हेतु फ्लैक्स होर्डिंग, सोशल मीडिया आदि के माध्यम से प्रचार प्रसार अनिवार्य रूप से करवाएं। उन्होंने कहा कि लोगों में फाइलेरिया और अधिक न फैले इसके लिए सभी को दवा का सेवन कराया जाएगा।
वहीं उपायुक्त ने बैठक में एमडीए कार्यक्रम की सफलता हुए विभागीय स्तर पर जारी गाइडलाइन के अनुसार दवा सेवन हेतु बूथ का चयन, दवा सेवन के उपरांत निगरानी सहित सभी आवश्यक बिंदुओं पर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। इस संबंध में पीपीटी के माध्यम से जरूरी जानकारी दी गई। बताया गया कि जिले के लक्षित 7 लाख 49 हजार 128 लोगों को इसकी खुराक दी जानी है। साथ ही बताया गया कि फाइलेरिया की दवाई को खाली पेट नही खाना है।
*इनकी रही उपस्थिति*
इस मौके पर उप विकास आयुक्त श्री अनिलसन लकड़ा, जिला आपूर्ति पदाधिकारी श्री प्रधान माझी, सिविल सर्जन डॉ एसके मिश्र, जिला शिक्षा अधीक्षक श्री दीपक राम, समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमति नीता चौहान, डॉ निलेश कुमार, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी सहित अन्य संबंधित उपस्थित थे।