राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव के दौरान बासुकीनाथ आने वाले श्रद्धालुओं के हर जरूरी सुविधाओं का रखा जाएगा ध्यान-आंजनेयुलु दोड्डे,उपायुक्त
राष्ट्र संवाद सं
बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव -2025 के दौरान हमारी व्यवस्था उच्च कोटि की रहे।श्रद्धालुओं की भीड़ मेला क्षेत्र में एकत्रित नहीं हो।वे सुगमतापूर्वक जलार्पण कर सकें।इसका विशेष ध्यान रखा जाय।कहा कि मंदिर एवं आसपास के क्षेत्र में विधुत वायरिंग का कार्य दुरुस्त ससमय कर लें।मंदिर के आसपास एवं शिवगंगा की साफ सफाई पूरे मेला अवधि के दौरान बेहतर रहे।इस संबंध में निविदा का कार्य पूर्ण कर लें।
कहा कि अग्निशमन यंत्र की व्यवस्था मेला क्षेत्र में रहे ताकि विपरीत परिस्थिति में आसानी से निपटा जा सके।प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी को भी अग्निशमन यंत्र चलाने का प्रशिक्षण दिया जाय।
उन्होंने कहा कि रुट लाइन के बैरिकेडिंग का कार्य मजबूती के साथ की जाय।बैरिकेडिंग करने वाले सभी महत्वपूर्ण स्थलों को चिन्हित कर लिया जाय,इस दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाय।
उन्होंने कहा कि जलार्पण काउंटर के माध्यम से भी पूरे मेला अवधि के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु जलार्पण करते हैं,इसे ध्यान में रखते हुए जलार्पण काउंटर को बेहतर ढंग से बनाया जाय।श्रद्धालुओं को जलार्पण काउंटर के माध्यम से जलार्पण करने में कठिनाई नहीं हो इसका ध्यान रखा जाय साथ ही अधिक संख्या में श्रद्धालु जलार्पण काउंटर में एकत्रित नहीं हो इस हेतु आवश्यक व्यवस्था की जाय।
कहा कि पूरे मेला क्षेत्र में पर्याप्त रौशनी की व्यवस्था रहे,रुटलाइन का आकलन कर रौशनी की व्यवस्था की जाय।साज सज्जा को लेकर भी उन्होंने संबंधित को कई आवश्यक निदेश दिए।
उन्होंने श्रद्धालुओं के लिए बनाए जाने वाले आवासन केंद्र को श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए बनाने का निदेश दिया है।कहा कि पेयजल, शौचालय, मोबाइल चार्जिंग यूनिट सहित जरूरी व्यवस्था निश्चित रूप से आवासन केंद्र में रहे इसका ध्यान रखा जाय।श्रावणी मेला में आने वाले श्रद्धालु एक बेहतर अहसास के साथ बासुकीनाथ से वापस जाएं इसे ध्यान में रखते हुए सभी कार्य को ससमय पूर्ण किया जाय।
इससे पूर्व उन्होंने रुट लाइन का निरीक्षण किया एवं श्रावणी मेला के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं को लेकर कई आवश्यक निदेश दिए।उन्होंने श्रद्धालुओं के लिए वाहन पार्किंग,जलार्पण हेतु मंदिर जाने के लिए रुट तथा जलार्पण के पश्चात श्रद्धालुओं द्वारा प्रयोग किये जाने वाले रुट का निरीक्षण करते हुए रुटलाइन में आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने का निदेश दिया।
बैठक में परियोजना निदेशक आइटीडीए,अनुमंडल पदाधिकारी दुमका,प्रखंड विकास पदाधिकारी जरमुंडी सहित विभिन्न विभागों के वरीय पदाधिकारी, पंडा धर्मरक्षणी सभा के सदस्य आदि उपस्थित थे।