_*भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर आज उपायुक्त, उप विकास आयुक्त, परियोजना निदेशक एवं अनुमंडल पदाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों ने जिला अंतर्गत अंबेडकर चौक स्थित डॉ भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण*_
बाबा साहेब डॉ भीम राव अंबेडकर सामाजिक नवजागरण के अग्रदूत और समतामूलक समाज के निर्माणकर्ता थे – उपायुक्त
आज दिनांक 14.04.2025 को भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर जामताड़ा जिला अंतर्गत अंबेडकर चौक स्थित डॉ भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा पर उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी, जामताड़ा श्रीमती कुमुद सहाय (भा०प्र०से०), उप विकास आयुक्त श्री निरंजन कुमार, परियोजना निदेशक आईटीडीए श्री जुगनू मिंज एवं अनुमंडल पदाधिकारी श्री अनंत कुमार सहित अन्य के द्वारा माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त श्रीमती कुमुद सहाय (भा०प्र०से०) ने जिलेवासियों को बाबा साहेब की जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि संविधान निर्माता के तौर पर प्रसिद्घ डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती हर साल 14 अप्रैल के दिन मनाई जाती है। भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीम राव अंबेडकर ने संविधान के निर्माण मे अभूतपूर्व योगदान दिया। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने कमजोर और पिछड़े वर्ग के अधिकारों के लिए पूरा जीवन संघर्ष किया। वह सामाजिक नवजागरण के अग्रदूत और समतामूलक समाज के निर्माणकर्ता थे। उन्होंने जिलेवासियों से आह्वान किया कि बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के जीवन मूल्यों एवं सिद्धांतों का न सिर्फ अध्ययन करे, बल्कि उनके जीवन आदर्शों का अनुसरण करके समतामूलक समाज के निर्माण मे अपना बहुमूल्य योगदान दें। कहा कि समानता समाज में होनी चाहिए और यह शिक्षा से ही संभव है, शिक्षा से ही समानता आएगा। बाबा साहेब ने एक महान क्रांतिकारी, विधि विशेषज्ञ और समाज सुधारक के साथ देश को एक सूत्र में पिरोए रखने के लिए हमें एक ऐसा संविधान दिया है, जिसमें समाज के सभी जाति, पिछड़े वर्गों को विकास के समान अवसर दिए गए हैं। सभी संविधान की शपथ लेकर ही काम करें। बाबा साहेब के विचार हमेशा इंसान को समाज के प्रति प्रेरित करते हैं। हम सभी अपने समाज को जोड़ने का प्रयास अनवरत जारी रखें, ताकि सही मायने में बाबा साहेब के मार्गों का अनुसरण हम सभी द्वारा होती रहे।
_*इस मौके पर*_ उपरोक्त के अलावा अंचल अधिकारी जामताड़ा श्री अबिश्वर मुर्मू सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।