झांटी जंगल जमीन पर हो रहा है, गैर कानूनी ढंग से तालाब का निर्माण, लोगों में चर्चा
राष्ट्र संवाद संवाददाता रफीक अंसारी फतेहपुर जामताड़ा।
विभाग का पता नहीं और झांटी जंगल में बन रहा है तालाब। एक ऐसा तालाब का निर्माण किया जा रहा है। इसके बारे में ना तो ग्राम प्रधान को पता है न हीं गांव वालों को। यह योजना किस विभाग से है।कौन बना रहा है। यह भी सस्पेंस बना हुआ है। दरअसल मामला फतेहपुर प्रखंड के आसनबेड़िया गांव का है। जहां जेसीबी मशीन से तालाब खुदाई का काम चल रहा है। लेकिन वहां योजना पट्ट नहीं लगाया गया है। साथ ही लोगों को किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दी जा रही है। उक्त प्लाट का नंबर 1204 है।सबसे बड़ी बात यह है कि इस योजना के बारे में ग्राम प्रधान तक को नहीं बताया गया है।और तो और झाटी जंगल जमीन का अतिक्रमण कर योजना को जैसे तैसे जल्दबाजी में पूरा करने का कुत्सित प्रयास जारी है। हालांकि वहां ट्रैक्टर और जेसीबी चालक तो थे लेकिन उन लोगों को भी जानकारी नहीं है कि यह योजना किस विभाग से और कौन बनवा रहा है। जब लाभुक उदय मोहली से फोन पर बात की गई तो उसने भी विभाग के बारे में अनभिज्ञता जाहिर की। सिर्फ इतना बताया कि कुंडहित इलाके का सियाररसोली गांव के एक व्यक्ति जिनका नाम हम नहीं जानते हैं इस काम को करवा रहा है। ऐसे में कहा जा सकता है कि झाटी जंगल जमीन का अतिक्रमण के साथ नियम कानून को ठेंगा दिखाना आम बात है। आपको बता दें कि जिस जगह ये तालाब का निर्माण हो रहा है इसका प्लॉट नंबर 1204 है। वहीं चर्चा यह है कि जल छाजन विभाग का एक बिचौलिया द्वारा इस काम को जैसे तैसे नियमविरुद्ध कराया जा रहा है। लोगों को गुमराह करने के लिए कभी उसके गुर्गे इस काम को विधायक निधि का काम बताता है तो कभी कल्याण विभाग का। तो कभी जल छाजन का। ऐसे में कहीं ना कहीं यह योजना संदेह के घेरे में भी है। ऐसे में आप समझ सकते हैं कि योजना में कितनी पारदर्शिता बरती जा रही है और किस तरह झाटी जंगल का अतिक्रमण किया जा रहा है। इस संबंध में ग्राम प्रधान सुबोधन सोरेन ने बताया कि जिस जगह तालाब निर्माण कार्य चल रहा है वो जमाबंदी जगह के साथ-साथ झांटी जंगल का भी हिस्सा है ऐसे में झांटी जंगल का अतिक्रमण करना गलत बात है इस पर जांच होनी चाहिए। इस संबंध में क्षेत्र के राजद नेता मो अनाउल अंसारी ने बताया कि यदि झांटी जंगल का अतिक्रमण हो रहा है और किसी भी प्रकार का सूचना पट नहीं लगाया गया है तो यह कहीं ना कहीं बड़ा भ्रष्टाचार का मामला बनता है इस और अंचल प्रशासन और वन विभाग को मामले का संज्ञान लेकर कार्रवाई करने की आवश्यकता है। मामले को लेकर कुंडहित वन क्षेत्र के रेंजर मैनेजर मिर्धा ने कहा कि झांटी जंगल का अगर अतिक्रमण हो रहा है तो इसकी जांच कर करवाई की जाएगी। खैर अब देखना बाकी होगा कि वन विभाग ऐसे मामले पर क्या कदम उठाता है।