आयुष्मान कार्ड नहीं बनने से जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा है असाध्य रोग से पीड़ित सात वर्षीय बालक प्रेम
*राशन कार्ड में नाम नहीं जुड़ने के कारण नहीं बन पा रहा प्रेम का आयुष्मान कार्ड*
*रानीश्वर(दुमका)*
शुभेंदु भट्टाचार्य। राष्ट्र संवाद संवाददाता
प्रखंड रानीग्राम गांव के खेतिहर मजदूर कालू बागति का सात वर्षीय पुत्र प्रेम बागति असाध्य रोग से ग्रसित हैं। कालू ने अपने पुत्र को अगस्त 2024 में बंगलरु के एक अस्पताल में भर्ती कराया हैं। अत्यंत निर्धन कालू को पुत्र के इलाज हेतु सहायता की नितांत आवश्यकता है| परन्तु किसी कारणवश प्रेम का आयुष्मान कार्ड नहीं बन पा रहा है| आयुष्मान कार्ड नहीं रहने से पुत्र के इलाज हेतु सहयोग राशि पाने से वंचित हैं। अस्पताल प्रबंधन ने प्रेम के इलाज हेतु आयुष्मान कार्ड की मांग की हैं| प्रेम के परिजन ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रानीश्वर में आयुष्मान कार्ड की गुहार लगाने पर प्रेम के राशन कार्ड की मांग की हैं।परिजनों ने प्रेम का राशन कार्ड में नाम जोड़ने का आग्रह किया हैं| मामला प्रकाश में आने पर जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी ने 10 जनवरी को जिला आपूर्ति पदाधिकारी को पत्र भेज कर परिवारिक राशन कार्ड में प्रेम का नाम जोड़ने का आग्रह किया हैं, परन्तु एक महीना के बाद भी राशनकार्ड में प्रेम का नाम नहीं जोड़ा जा सका है। जिसके कारण प्रेम के नाम पर आयुष्मान कार्ड नहीं बना हैं ।जिसके कारण परिजन इलाज कराने में असमर्थ हैं वे आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।