जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय ने पूर्व सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया, जनहित के मुद्दों पर जल्द कार्रवाई का वादा
राष्ट्र संवाद संवाददाता
*जमशेदपुर, 13 जनवरी :* जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय ने चुनाव जीतने के बाद पहली बार पत्रकारों से रू-ब-रू होकर अपनी योजनाओं और क्षेत्र की समस्याओं पर विस्तार से बातचीत की। बिस्टुपुर स्थित अपने आवासीय कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने जमशेदपुर क्षेत्र की विकास योजनाओं पर बात करते हुए प्रमुख तीन मुद्दों – मोहरदा जलापूर्ति योजना, मालिकाना हक और नगर निगम की स्थिति को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की।
सरयू राय ने कहा, पिछली सरकार की गलत नीतियों के कारण मोहरदा जलापूर्ति योजना का द्वितीय फेज और 86 बस्तियों के मालिकाना हक के मुद्दे पर काम सही तरीके से नहीं हो पाया। उन्होंने आगे कहा, नगर निगम की स्थिति बहुत ही दयनीय है। मानगो नगर निगम का कोई कार्यालय तक नहीं है और क्षेत्र में पानी की स्थिति भी लचर है। कचरा उठाने के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं है, जो पूरे झारखंड में एक गंभीर समस्या बन चुकी है।
उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्र के विभिन्न निकायों जैसे मानगो नगर निगम, जुगसलाई नगर परिषद, कपाली नगर परिषद और आदित्यपुर नगर निगम में कचरा प्रबंधन का कोई विकल्प नहीं है। इस पर जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने सरकार से इस समस्या पर गंभीरता दिखाने की अपील करते हुए कहा कि यदि, सरकार इस मुद्दे पर ध्यान नहीं देती है, तो वे एनजीटी के माध्यम से इस पर दबाव बनाएंगे।
विधायक सरयू राय ने अपने कार्यकाल में किए गए विकास कार्यों का भी जिक्र किया और कहा कि कोरोना के दो वर्षों को छोड़कर, पिछले तीन वर्षों में उन्होंने जमशेदपुर पूर्वी में कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। हालांकि, मोहरदा जलापूर्ति योजना और मालिकाना हक जैसे कुछ मुद्दे अधूरे रह गए हैं, जिन पर वे अगले पांच वर्षों में ध्यान केंद्रित करेंगे।
सरयू राय ने कहा, “हमारे क्षेत्र में जनहित के कामों को पूरा करने के लिए हमें संयम और गंभीरता से काम करना होगा। मैं आश्वस्त हूं कि आगामी समय में इन समस्याओं का समाधान होगा।”