ड्राइवर की सुरक्षा के लिए सरकार से की गई मांग
पाकुड़: भारतीय ड्राइवरों की सुरक्षा और कल्याण पर चिंता जताई गई है। एक पत्र में परिवहन मंत्री को संबोधित करते हुए, भारतीय ड्राइवरों की दुर्दशा की ओर ध्यान आकर्षित किया गया है।
पत्र में कहा गया है कि भारत में ड्राइवरों की सुरक्षा की अनदेखी की जा रही है। 1990 के दशक तक मोटर कंपनियां ऐसी गाड़ियों का निर्माण करती थीं जिनके इंजन आगे की तरफ थे, जिससे एक्सीडेंट के दौरान ड्राइवरों की जान बचने की संभावना अधिक थी। लेकिन अब ऐसी गाड़ियों का निर्माण बंद कर दिया गया है, जिससे ड्राइवरों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है।
इसके अलावा, पत्र में यह भी कहा गया है कि अनुभवहीन और बिना लाइसेंस वाले ड्राइवरों द्वारा संचालित वाहनों के कारण होने वाले एक्सीडेंट्स की समस्या भी बहुत बड़ी है। ऐसे ड्राइवरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है।
सड़क निर्माण के दौरान घाटियों और संवेदनशील सड़कों पर होने वाली प्रमुख कमियों के कारण ड्राइवरों को होने वाली समस्याओं पर भी ध्यान आकर्षित किया गया है। ऐसी सड़कों पर ड्राइवरों की सुरक्षा के लिए विशेष उपाय करने की मांग की गई है।
पत्र में यह भी कहा गया है कि भारत में ड्राइवरों की सुरक्षा के लिए मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। ऐसे में ड्राइवरों की सुरक्षा के लिए सरकार को आवश्यक कदम उठाने चाहिए।
इस पत्र के माध्यम से भारतीय ड्राइवरों की सुरक्षा और कल्याण के मुद्दे पर ध्यान आकर्षित किया गया है। आशा है कि सरकार इस मुद्दे पर ध्यान देगी और आवश्यक कार्रवाई करेगी।