पप्पू सरदार ने सबर एवं महिला किसानों को दिया कम्बल
राष्ट्र संवाद संवाददाता
जादूगोड़ा के खड़िया कोचा के सबर परिवार की बदहाली देखकर मर्माहत हुए पप्पू सरदार।इधर इस कपकपाती ठन में उनके बच्चों के पैरों में चप्पल नदारत थे।गर्म कपड़े के अभाव से बच्चे ठिठुर थे ।इस बाबत पप्पु सरदार कहते है कि 1993 से ही गरीबों के बीच अपनी सेवा करते आ रहे है। यह लगातार आगे भी जारी रहेगा।सबर जनजाति के बीच सेवा करने का मौका सुखद अनुभव दिया।उन्होंने कहा कि सरकार की इस सबर बस्ती को गोद लेकर उसके उत्थान में काम करने की जरूरत है ताकि गरीबी से सबर जनजाति आगे निकल सके। गांव तक पहुंचने के आवागमन का घोर अभाव देख चिंता जताई।
इसके बाद पप्पू सरदार ने
सांता क्लॉज बनकर खेतों में धान कटाई कर रही आदिवासी महिलाओं के बीच भी पहुंचे व उन्हें सांता क्लॉज का टोपी व टॉफी भेट कर सांता क्लॉज का संदेश पहुंचाया। महिलाएं भी सांता क्लॉज का टोपी पहन खुशी का इजहार किया।