करमाटांड प्रखंड के राजकीयकृत मध्य विद्यालय कासीटांड में रविवार को सेवानिवृत्त प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सुखदेव यादव का विदाई सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया
कार्यक्रम की अध्यक्षता मोर्चा के जिला अध्यक्ष श्री नीलाम्बर मंडल ने किया जबकि कार्यक्रम का संचालन शिक्षक रविन्द्र सिंह और विद्या सागर ने किया।
करमाटांड प्रखंड के सहायक अध्यापकों द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के जिला अध्यक्ष सह प्रदेश उपाध्यक्ष निलांबर मंडल ने कहा कि सेवानिवृत्ति एक न एक दिन सभी सरकारी कर्मचारियों का होता है। 18 सितंबर 2022 को बी ई ई ओ सुखदेव यादव ने करमाटांड प्रखंड में योगदान किया था जबकि उन्होंने 30 अगस्त 1991 को गिरिडीह जिला के जमुआ प्रखंड के राजकीय बुनियादी विद्यालय खडगडीहा में निम्न अवर शिक्षा सेवा के अंतर्गत सहायक शिक्षक के रूप में अपना प्रथम योगदान दिया था। हमलोगों को हमेशा से बीईईओ का मार्गदर्शन मिलता रहा है। वे अधिकारी के साथ साथ शिक्षक, मार्गदर्शक और अभिभावक की भूमिका में रहे हैं। वक्ता के रूप में थाना प्रभारी अभय कुमार, गोविन्द मंडल, छोटे लाल मंडल, मंसूर आलम, सुधीर दास, खुर्शीद अनवर ने सेवानिवृत्त बी ई ई ओ के बारे में अपने विचार व्यक्त किए।
सेवानिवृत्त बीईईओ सुखदेव यादव ने संबोधित करते हुए कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद भी आपलोगों के साथ मेरा सहयोग रहेगा।अपने कार्यकाल के दौरान मुझे करमाटांड प्रखंड के सभी शिक्षकों और बी आर सी कर्मियों से अपार स्नेह व प्यार मिला है। इसके लिए मैं आप सभी को तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूँ।
सभी ने सेवानिवृत्त बी ई ई ओ सुखदेव यादव के सुखी ,स्वस्थ व मंगल जीवन की कामना की।
सेवानिवृत बी ई ई ओ सुखदेव यादव को माला पहनाकर व बुके देकर उपस्थित सहायक अध्यापकों ने सम्मानित किया। उन्हें अंगवस्त्र और उपहार भेंट कर विदाई दी गई।
मौके पर मुख्य रूप से जिला परिषद उपाध्यक्ष फूल कुमारी देवी, मुखिया एलिजाबेथ सोरेन, रिसोर्स शिक्षक शशि शेखर, एकाउंटेंट नोनी गोपाल मंडल, एम डी एम ऑपरेटर पवन कुमार सहायक अध्यापक नारायण भंडारी, छोटेलाल मंडल, गोविंद मंडल, कंचन कुमार मंडल, मंसूर आलम, सुबोध चंद्र मोदी, सुरेश मंडल, गौतम कुमार महतो, सुबोध कुमार यादव, पिंकी देवी, रजिया शाहीन, प्रभु चंद्र मोदी, देवनारायण मंडल, टुनटुन पोद्दार, मकसूद अंसारी, भूदेव मंडल, निर्मल हेम्ब्रम, व्रजेश टूडु, महादेव मिस्त्री, पूरन मंडल मंसूर आलम मोतीलाल पंडित, मोहन कुमार पंडित सहित दर्जनों सहायक अध्यापक मुख्य रूप से उपस्थित थे।