माफियाओ को तो बस जमीन बेचने से मतलब हैं तरीका जायज़ हो या नाजायज़, इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता
पहले राष्ट्र प्रेम, फिर भगवान की भक्ति और ज़ब प्लॉट बिक गए तो तिरंग्स और बजरंगबली को ताक पर रख दिया
राष्ट्र संवाद संवाददाता
आदित्यपुर के रहने वाले एक जमीन के डेवलपर एंड परमोटर ने पोटका प्रखंड के हाता हल्दीपोखर रोड अवस्थित साई नगर कालोनी में प्लॉट बिक्री करने के लिए देश भक्ति की उदारता तो दिखाई ही साथ ही साथ भगवान के भक्त होने का भी ढोंग किया। जैसे ही प्लॉट बिक्री हुआ उनका भगवत प्रेम भी उजागर हो गया। बताया जाता है की साई नगर में जमीन बिक्री किए जाने के दौरान ही उन्होंने एक हनुमान मंदिर बनवाया। इस मंदिर में लगभग 25 फूट की हनुमान जी की मूर्ति का भी स्थापना किया। मंदिर पूर्ण रूप से बनने तथा रंग रोगन होने के बाद वर्षो यह मंदिर यो ही पड़ा रहा। इसमें पूजा पाठ नहीं होती थी। क्योंकि मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा नहीं हुआ था। ऐसी मान्यता है की जिस मंदिर या मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा नहीं हुआ हो वहा पूजा अर्चना नहीं की जाती। इस मंदिर के साथ भी यही हाल था। मंदिर के चारो तरफ झाड़ी उग गए थे। कोई उसमे पूजा करने नही जाता था। राम मंदिर उदघाटन के अवसर पर जब देश के सभी मंदिरों में पूजा अर्चना की जा रही थी तब कालोनी के निवासियों ने साफ सफाई कर यहां इसी दिन से बिना प्राण प्रतिष्ठा के ही पूजा अर्चना शुरू कर दिया। तब से यहां कुछ येक लोग पूजा करते है। लेकिन साई नगर के संचालक रणवीर सिंह ने इसकी जरूरत नहीं समझा। क्योंकि उनका यहां का कुल प्लॉट बिक्री हो चुका था।