वित्त रहित शिक्षकों की समस्याओं का तीव्र गति से होगा निदान,शिक्षा मंत्री ने मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल को दिया आश्वासन
मुसाबनी-वित्त रहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष मंडल के नेता रघुनाथ सिंह के नेतृत्व में गुरुवार को मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल झारखंड के शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम से उनके आवास पर मुलाकात कर उन्हें मंत्री बनने पर बधाई दी। वित्त रहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा के सभी घटक के नेताओं एवं प्रतिनिधियों ने अलग-अलग पुष्प कुछ देकर नए शिक्षा मंत्री का भव्य स्वागत किया। अध्यक्ष मंडल के नेता रघुनाथ सिंह ने बताया कि मोर्चा की ओर से पूरे राज्य भर के शिक्षकों ने मिलकर शिक्षा मंत्री का स्वागत किया एवं अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। वित्त रहित शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं में अनुदान की राशि चौगुना करने के प्रस्ताव को कैबिनेट भेजने, इंटरमीडिएट के नामांकन में सीट बढ़ाये जाने, बिहार में नियोजित शिक्षकों के सरकारी कर्मी के दर्जा देने के तर्ज पर झारखंड के 7 से 8 हज़ार अनुदानित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा देने, उड़ीसा के तर्ज पर घाटा अनुदान देने, एसपीटी एक्ट एवं सीएनटी एक्ट में भूमि के शर्त में छुट देने के संलेख को मंत्री परिषद में भेजने,वित्तीय वर्ष 2020-21, 2021-22 ,2022 -23 और 2023- 24 में जिन स्कूलों एवं इंटर कॉलेज के अनुदान लंबित है, उसे अविलंब अनुदान देने,वित्तीय वर्ष 2023-24 के अनुदान की जो 27 प्रतिशत राशि बाकी है।इसका जल्द भुगतान किए जाने सहित अन्य मांगों पर मंत्री के साथ चर्चा की गई
। मोर्चा के नेताओं के मांगों पर विचार करते हुए मंत्री बैद्यनाथ राम ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया कि विधानसभा चुनाव काफी नजदीक आ गया है इन कम समय में वित्त रहित शिक्षकों के अधिकांश समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान करने का वे प्रयास करेंगे ताकि वित्त रहित शिक्षकों को राहत मिल सके ।जुलाई के अंतिम सप्ताह में मोर्चा की ओर से आयोजित महाअधिवेशन में भी उन्होंने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधि मंडल में मोर्चा के नेता रघुनाथ सिंह, हरिहर प्रसाद कुशवाहा, अरबिंद सिंह, फजलुल कादरी अहमद, कुंदन कुमार सिंह, गणेश महतो,मनीष कुमार, संजय कुमार, देवनाथ सिंह, अनिल तिवारी, बिरसौ उराव,नरोत्तम सिंह, मुरारी प्रसाद सिंह आदि शामिल थे।