“शिव गुरु हैं। शिव शाश्वत हैं। शिव आशुतोष हैं। शिव सत्य हैं। शिव सुंदर हैं। शिव वह चेतना है जहाँ से सब कुछ आरम्भ होता है, जहाँ सबका पोषण होता है और जिसमें सब कुछ विलीन हो जाता है”
श्री त्रिकालदर्शी सेवा समिति की ओर से काजू मैदान डोबो में आयोजित पांच दिवसीय शिवमहापुराण कथा के चौथे दिन बन्ना गुप्ता जी पत्नी सुधा गुप्ता के साथ उपस्थित होकर सीहोर (मध्य प्रदेश) से पधारे कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जी के द्वारा प्रस्तुत शिवमहापुराण कथा को सुना और उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया!