उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी जामताड़ा श्री शशि भूषण मेहरा की अध्यक्षता में डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों के प्रकोप से बचाव और रोकथाम को लेकर बैठक आहूत संपन्न
डेंगू व चिकनगुनिया जैसी बीमारियों से बचाव व रोकथाम को लेकर उन्होंने प्रकोप से बचाव और रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया गया।
आज दिनांक 03.10.2023 को समाहरणालय सभागार में उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी जामताड़ा श्री शशि भूषण मेहरा (भा०प्र०से०) की अध्यक्षता में डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों के प्रकोप से बचाव और रोकथाम को लेकर बैठक आहूत किया गया।
बैठक में मुख्यत: डेंगू व चिकनगुनिया जैसी बीमारियों से बचाव व रोकथाम को लेकर उन्होंने प्रकोप से बचाव और रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया। उन्होंने अस्पतालों में इसके लिए विशेष रूप से बेड तैयार करने, साफ सफाई, फॉगिंग आदि को लेके निर्देश दिए।
उपायुक्त ने कहा कि डेंगू व चिकनगुनिया संक्रमित मादा एडिस मच्छर के काटने से होता है। डेंगू और चिकनगुनिया फैलाने वाले एडिस मच्छर साफ पानी में ही पनपते हैं। साफ सफाई एवं सतर्कता ही इस रोग से बचाव का बेहतर उपाय है, इसलिए जिलेवासियों से अपील कर उन्होंने कहा कि पानी के बर्तन, पानी की टंकी को ढंक कर रखें। घर के आसपास साफ सफाई रखें। घर के आसपास या छत पर प्रयोग में न आने वाले बर्तन, टायर न रखें। घर के कुलर, बाल्टी, फुलदान, फ्रिज या ट्रे में पानी जमा नहीं होने दें। टूटे हुए बर्तन, प्रयोग में नहीं आने वाली बोतल, टीन, बेकार के टायरों को जमा न रखें। बारिश के मौसम में इन्हीं में पानी जमा हो जाता है तथा एडिस मच्छर पनपने लगते हैं। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। एडिस मच्छर हमेशा दिन के समय ही काटते हैं, इसीलिए पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें। उन्होंने कहा कि डेंगू और चिकनगुनिया बुखार के उपचार के लिए कोई विशेष दवा नहीं है। अगर डेंगू या चिकनगुनिया के लक्षण दिखाई दे तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें। बुखार होने पर उसे अनदेखा नहीं करें। बगैर जाली लगे खिड़की या दरवाजे शाम एवं सुबह में खुले न रखें, क्योंकि इस समय मच्छरों का प्रकोप अधिक रहता है। डेंगू एवं चिकनगुनिया बीमारी के मुख्य लक्षण के रूप में बताया कि अचानक तेज बुखार आना, पहचान खोना, तेज सिर दर्द, आंखों का हिस्से में दर्द, जोड़ों एवं मांसपेशियों में दर्द, छाती और हाथों में खसरा जैसे चकते/दाने निकल आना, मसूड़े से खून आना, भोजन में अरुचि एवं भूख न लगना डेंगू एवं चिकनगुनिया के लक्षण हो सकते हैं।
उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारी को चिकनगुनिया व डेंगू से बचाव व रोकथाम के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया। इसके लिए उन्होंने जिला, प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर हाट, बाजारों एवं सार्वजनिक स्थलों में, विद्यालयों, अस्पतालों के परिसर में फ्लैक्स बैनर के माध्यम से प्रचार करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने नगर निकाय में कार्यपालक पदाधिकारी को फॉगिंग की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया।
इस मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी श्री संजय पांडेय, सिविल सर्जन डॉ एस के मिश्र,जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री गोपाल कृष्ण झा, जिला शिक्षा अधीक्षक श्री दीपक कुमार राम,प्रखंड विकास पदाधिकारी कुंडहित श्रीमान मरांडी, WHO डॉ अमित कुमार तिवारी, डॉ मुंशी, डॉ लियाकत, जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ अजीत कुमार दुबे, श्री अनितेष कुमार सहित अन्य संबंधित उपस्थित थे।