नई दिल्ली. स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के लाभ को लेकर केंद्र सरकार ने एक बड़ी घोषणा की है. बुधवार को एक एकीकृत कार्ड (unified card) बनाने की योजना का ऐलान हुआ. इसका उपयोग केंद्र सरकार द्वारा संचालित आयुष्मान भारत-पीएमजेएवाई के साथ-साथ राज्य सरकारों द्वारा व्यक्तिगत रूप से संचालित स्वास्थ्य बीमा योजनाओं का लाभ उठाने के लिए किया जा सकता है. HT के मुताबिक सरकार का यह कदम लोगों के बीच भ्रम को कम करने के लिए लिया गया है. लोगों को अक्सर यह बात स्पष्ट नहीं हो पाती है कि उनके लिए कौन सी योजनाएं लागू होती हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार वर्तमान में कई राज्यों द्वारा करीब 20 योजनाएं चलाई जा रही हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने इस कार्ड के बारे में बताते हुए कहा कि यह एक एकीकृत कार्ड होगा, जिसे आयुष्मान कार्ड कहा जाएगा. हमने अनिवार्य रूप से को-ब्रांडिंग किया है, जिससे लोग केवल एक कार्ड का उपयोग करके केंद्र और राज्य द्वारा संचालित स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के तहत ट्रीटमेंट पैकेज का उपयोग कर सकते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि कई राज्यों की अपनी स्वास्थ्य बीमा योजनाएं हैं और लाभार्थियों के बीच सूचीबद्ध अस्पतालों, कार्यान्वयन सहायता एजेंसियों, बीमा कंपनियों और तीसरे पक्ष के प्रशासकों के संबंध में बहुत भ्रम था. अब एक कॉमन नाम होगा ‘आयुष्मान कार्ड’. सरकार नए कार्ड बनाने की प्रक्रिया में है, जिसमें केंद्र और राज्य सरकार दोनों का लोगो होगा.
इस नई व्यवस्था के तहत, किसी भी सरकारी बीमा योजना के लिए पात्र लोग केंद्रीय योजना के तहत पैनल में शामिल 25,000 अस्पतालों में से किसी में भी कवरेज प्राप्त कर सकते हैं. भले ही राज्यों के लिए नए बदलाव को लागू करना कानूनी रूप से अनिवार्य नहीं है, लेकिन दिल्ली, ओडिशा और पश्चिम बंगाल को छोड़कर सभी राज्य इसे अपनाने के लिए सहमत हो गए हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया बताया कि केंद्र सरकार इस योजना के तहत 5 लाख रुपए का बीमा प्रदान करेगी. वहीं योजना पर सहमत राज्य भी बीमा पैकेज में राशि जोड़ने के लिए स्वतंत्र हैं. उन्होंने कहा कि यह लंबे समय से पाइपलाइन में था और अब इसे जल्द ही लॉन्च किया जाएगा.