बनकाटी पंचायत के उमवि रामपुर तथा प्रावि चंद्रडीह में लकड़ी तथा कोयले से बनाया जा रहा है मध्याह्न भोजन
विभागीय आदेश का हो रहा है अवहेलना
अधिकारी ने जांच का दिया आश्वासन,दोषी पाए जाने पर होगी कड़ी कार्रवाई
लकड़ी तथा कोयले से मध्याह्न भोजन बनाये जाने से स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ सकता है बुरा प्रभाव
जामताड़ा: इन दिनों जामताड़ा जिला के कुंडहित प्रखंड क्षेत्र के बनकाठी पंचायत अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय रामपुर तथा प्राथमिक विद्यालय चंद्रडीह में विभागीय निर्देशों का अवहेलना करते देखा गया है।बताते चलें विद्यालय में स्कूली बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन एलपीजी गैस से न बनाकर लकड़ी व कोयले से बनाया जा रहा है।लकड़ी व कोयले से मध्याह्न भोजन बनाने पर स्कूली बच्चों, शिक्षकों व रसोइयोंओं के स्वास्थ्य पर बूरा प्रभाव पड़ सकता है।जबकी विभाग द्वारा पत्र जारी कर निर्देश जारी किया गया है कि स्कूली बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन एलपीजी गैस से बनाया जाए।लेकिन इसके बावजूद भी लकड़ी तथा कोयले से मध्याह्न भोजन बनाये जाने से विभागीय निर्देशों का अनुपालन नहीं करना दर्शाता है।वहीं प्रावि चंद्रडीह में शौचालय में गंदगी देखा गया , विद्यालय परिसर में अवांछित पौधे भी उगे है जिससे स्कूली बच्चे विशैले कीटभक्षी के शिकार भी हो सकते हैं तथा शौचालय का दरवाजा क्षतिग्रस्त अवस्था में देखा गया।ऐसे में कहीं न कहीं इस मामले की जांच कर विभाग को संज्ञान में लेने की आवश्यकता है।दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई करने की आवश्यकता है कहने से इंकार नहीं किया जा सकता है।
धूंआ से होती है घातक बिमारी,जान भी गंवाया जा सकता है: मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और चाइनीज एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज के अनुसंधानकर्ताओं ने पाया है कि लकड़ी तथा कोयले के इस्तेमाल से खाना पकाने वाले पुरानी तथा गंभीर सांस संबंधी बिमारी से अस्पताल में भर्ती या मौत के मामले 36 फीसदी ज्यादा पाया गया था।यही नहीं धूंआ से वायुमंडल पर भी बूरा प्रभाव पड़ता है।वहीं मनुष्य के साथ-साथ अन्य जीवों पर भी बूरा प्रभाव पड़ता है।
क्या कहते हैं विद्यालय के प्रभारी:उमवि रामपुर के प्रभारी प्रधानाध्यापक अजीत कुमार गोराई ने कहा कि एलपीजी गैस से मध्याह्न भोजन बनाया जाता था लेकिन विद्यालय का लगभग 12 हजार रूपया उधार हो गया है।जिस कारण दिक्कत हो रही है।वहीं प्रावि चंद्रडीह के प्रभारी प्रधानाध्यापक बाबुजन हांसदा ने कहा कि गैस का रेगुलेटर खराब हो गया है जिस कारण कोयले से मध्याह्न भोजन बनाया जा रहा है। जल्द ही ठीक कर लिया जाएगा।कहा विद्यालय में मात्र 29 विद्यार्थी नामांकित है।जिससे भी एलपीजी गैस से मध्याह्न भोजन बनाने पर दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। विद्यालय परिसर में अवांछित पौधे के विषय में कहा कि सफाई की जाएगी।वहीं शौचलय के विषय में कहा कि इस बार के फंड के राशी से विद्यालय का रंग-रोगन किया गया है।अबकी बार जब फंड आयेगा तो मीटिंग कर शौचालय के दरवाजा को ठीक किया जाएगा।
क्या कहते हैं अधिकारी:जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय तथा बीआरसी कार्यालय से सभी विद्यालयों के सचिव को पत्र जारी कर एलपीजी गैस से मध्याह्न भोजन बनाने का निर्देश दिया गया है।अगर लकड़ी तथा कोयले से मध्याह्न भोजन बनाया जा रहा है तो यह विभागीय निर्देश का अवहेलना है तथा स्कूली बच्चों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ है।जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। मामले की जांच की जाएगी।दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जया देवी,बीईईओ,कुंडहित