आईएमए की बैठक में गंभीर मुद्दे पर चर्चा सरकार के खिलाफ जा सकता है आईएमए
झारखण्ड -: आईएमए भवन, रांची में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के एग्जीक्यूटिव बॉडी का मीटिंग संपन्न हुआ। रांची सहित विभिन्न जिलों के जिला प्रतिनिधि गण, अध्यक्ष /सचिव, विमेंस डॉक्टर्स एसोसिएशन एवं मिशन पिंक हेल्थ के साथ साथ झारखंड राज्य स्वास्थ्य सेवाएं संघ झासा, झारखंड के अध्यक्ष ,सचिव एवं एग्जीक्यूटिव सदस्य सम्मिलित हुए। आई एम ए अध्यक्ष डॉ ए के सिंह की अध्यक्षता में बैठक में विभिन्न विषयों पर , लंबित मांगों पर एवं सरकारी चिकित्सकों से जुड़े कुछ गंभीर मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई और सर्व सम्मति से यह निर्णय लिया गया कि-
1) क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में संशोधन एवं मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू किए जाने पर विभाग एवं सरकार का रवैया उदासीन एवं नकारात्मक है।
इसके लिए जरूरी चरणबद्ध तरीके से आंदोलन के सुझाव दिए गए—
A) राज्य इकाई द्वारा एक कॉमन मेमोरेंडम तैयार किया जाएगा ।जिसे जिला इकाई द्वारा संबंधित जिला के उपायुक्त को सौंपा जाएगा एवं प्रेस विज्ञप्ति दी जाएगी और इसकी प्रतिलिपि सिविल सर्जन ,स्थानीय विधायक और सांसद महोदय को सौंपी जाएगी।
B) राज्य इकाई द्वारा क्रमश: अपर मुख्य सचिव(स्वास्थ्य विभाग), माननीय स्वास्थ्य मंत्री एवं माननीय मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा और उसी दिन उनका घेराव किया जाएगा।उस दिन संख्या बल द्वारा शक्ति प्रदर्शन करने की बात की गई। सभी जिला के अध्यक्ष/सचिव को संख्या बल के लिए आवश्यक तैयारी कर देने की हिदायत दी गई।
C) विधानसभा का सत्र 27 फरवरी से होना निर्धारित है। इसलिए ज्ञापन में जिक्र हो की अगर हमारी मांगे नहीं मानी जाती, तो समस्त प्राइवेट एवं सरकारी चिकित्सकगण किसी भी स्तर के आंदोलन को मजबूर होंगे और इसकी पूरी जिम्मेवारी विभाग एवं सरकार की होगी।
2) क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट एवं पीसीपीएनडीटी एक्ट के लिए निर्धारित सदस्यों की सूची में आई एम ए का एक रिप्रेजेंटेटिव होना अनिवार्य हो।
3)Fire safety के N.O.C के लिए निर्धारित शर्तों को सरल बनाया जाए। रिश्वतखोरी रोकने के लिए fire safety officer को भी उत्तरदाई बनाया जाए। ठीक उसी तरह जैसे किसी विद्यार्थी का परीक्षा में फेल हो जाने की स्थिति में उसके शिक्षक भी उत्तरदाई समझे जाते हैं।
4) धनबाद के डॉ० दंपत्ति डॉ विकास हाजरा एवं डॉक्टर प्रेमा हाजरा कि आग लगने से अकस्मात मृत्यु और रिम्स रांची के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सौरभ शर्मा की ड्यूटी जाने के क्रम में दुर्घटना के कारण असामयिक मृत्यु के बाद सरकार द्वारा कोई शोक संदेश नहीं दिया गया एवं मुआवजे में कोई राशि की घोषणा नहीं की गई। ज्ञात हो कि धनबाद में ही आशीर्वाद अपार्टमेंट में आग लगने से जिन लोगों की अकाल मृत्यु हो गई उन्हें राज्यसरकार द्वारा 4,00,000 एवं केंद्र सरकार द्वारा 2,00,000 दिए जाने की घोषणा की गई है। यह बताती है कि सरकार चिकित्सकों के प्रति कितना उदासीन एवं असंवेदनशील है। संघ मांग करता है कि मृतकों के परिजनों को आम नागरिक का अधिकार स्वरूप तय मुआवजा राशि दिए जाने की सरकार यथाशीघ्र घोषणा करें। साथ ही डॉक्टर सौरव शर्मा की पत्नी को (जो खुद भी डॉक्टर हैं) सरकारी नियमों के तहत अभिलंब नौकरी देने की घोषणा करें।
5) a)झासा के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में आईएमए के अध्यक्ष डॉक्टर ए के सिंह और सचिव प्रदीप कुमार सिंह ने स्पष्ट किया कि बायोमेट्रिक अटेंडेंस को वेतन से जोरा जाना गलत है और इसके विरोध स्वरूप झासा द्वारा जो बायोमैट्रिक ऑनलाइन अटेंडेंस का बहिष्कार किया जा रहा है, वह शत-प्रतिशत सफल है और आई एम ए पूरी तरह से इसके साथ है। आई एम ए अपने उन तमाम सदस्यों से, जो झासा के सदस्य नहीं हैं ,(जैसे एनएचएम डीएमएफटी एवं आयुष्मान) से संबंधित चिकित्सक को निर्देश देती है कि कल दिनांक 6 फरवरी 2023 से बायोमैट्रिक अटेंडेंस का वेतन से जुड़े जाने के विरोध में झासा के इस बायोमेट्रिक बहिष्कार आंदोलन में पूर्णतया साथ दें और बायोमेट्रिक अटेंडेंस दर्ज ना करें। यानी अपनी ड्यूटी करें ,रजिस्टर में अपना उपस्थिति दर्ज करें ।लेकिन बायोमैट्रिक अटेंडेंस ना बनाएं।
b) जामताड़ा के स्थानीय विधायक इरफान अंसारी के द्वारा सिविल सर्जन को घसीट कर लाने जैसे अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया गया है ,इसके लिए आई एम ए एवं झासा ने संयुक्त रूप से कड़ी शब्दों में इसकी निंदा की और 07 दिनों के अंदर सार्वजनिक रूप से पूरे चिकित्सक समाज से माफी मांगने की मांग की। फैसला लिया कि आज से कोई भी चिकित्सक विधायक इरफान अंसारी और उनके संबंधियों का इलाज नहीं करेगा ।उनके द्वारा बुलाए गए किसी भी मीटिंग का हिस्सा नहीं होगा ।विभिन्न स्तरों पर आंदोलन को बाध्य होगा एवं न्यायालय में मानहानि का केस करने पर भी विचार करने में संकोच नहीं करेगा।
6)a) सर्वसम्मति से vice president के रिक्त पदों के लिए निम्नलिखित सदस्यों को निर्वाचित घोषित किया गया—
१ दक्षिणी छोटानागपुर-डॉ गणेश प्रसाद
२ कोल्हान -डॉ एके लाल
३ उत्तरी छोटानागपुर-डॉ आई एम सिंह
b) सर्वसम्मति से उत्तरी छोटानागपुर रिक्त सचिव पद के लिए डॉ रमन सिंह को निर्वाचित घोषित किया गया।
c) Ethics and grievance committee के लिए निम्नांकित सदस्यों के नाम की घोषणा की गई-
१) चेयर पर्सन -डॉ सुमंत मिश्रा
२) सचिव-डॉ संजय कुमार, डायरेक्टर पारस अस्पताल ,रांची।
7) अनुबंध पारा कर्मी संघ ,एएनएम/ जीएनएम संघ जो अपनी जायज मांगों के लिए लंबे समय से आंदोलन पर है, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन एवं झारखंड राज्य स्वास्थ्य सेवा संघ झारखंड उनका पूर्ण रूप से समर्थन करता है और जरूरत पड़ी तो उनके आंदोलन का हिस्सा होने से भी संकोच नहीं करेगा।