मुंबई. महाराष्ट्र में आज से इलाज के लिए सरकारी अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि राज्य के रेजिडेंट डॉक्टर्स ने अपनी विभिन्न मांगो को लेकर आज से हड़ताल का ऐलान कर दिया है. राज्य के सरकारी और बीएमसी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर्स आज सोमवार से हड़ताल पर हैं. जानकारी के अनुसार पूरे राज्य के लगभग 7000 डॉक्टर आज हड़ताल में हिस्सा लेंगे. इसके पहले उन्होंने अपनी मांगें पूरी नहीं होने पर 2 जनवरी से हड़ताल में जाने की चेतावनी दी थी.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रेजिडेंट डॉक्टरों के संगठन महाराष्ट्र रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी विभागों में सेवाएं बंद करने की चेतावनी दी है. हड़ताल से निपटने के लिए सरकार ने भी सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर रखा है. इसके लिए सभी सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में विशेष इंतजाम किए गए हैं.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में रेजिडेंट डॉक्टर लंबे समय से कई मांगों को उठाते रहे हैं. रेजिडेंट डॉक्टरों ने बताया कि उनकी कई मांगे हैं. जिसमें मुख्यत: वरिष्ठ रेजिडेंट के लिए नए पद सृजित करना, 7वें वेतन आयोग के अनुसार डीए, सरकार द्वारा कोविड सेवा बकाया का भुगतान, सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों के वेतन में असमानता दूर करना शामिल हैं. रेजिडेंट डॉक्टरों ने सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों के 1 हजार 432 पदों को सृजित करने की मांग की है. इसके अलावा उनकी अन्य मांगों में महंगाई भत्ते का तत्काल वितरण, सभी रेजिडेंट डॉक्टरों को समान वेतन लागू करना शामिल है.
रेजिडेंट डॉक्टरों का आरोप है कि सरकार लंबे समय से उनके मांगों की अनदेखी कर रही है. डॉक्टरों ने बताया कि हड़ताल के दौरान आपातकालीन सेवाएं जारी रखेंगे. हालांकि डॉक्टरों के हड़ताल के ऐलान के बाद राज्यभर में मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.