गोवा. चार शताब्तियों तक गोवा पर शासन करने वाले पुर्तगालियों ने राज्य के मंदिरों को नष्ट किया है. मंदिरों को नुकसान पहुंचाने वाले पूर्व औपनिवेशिक शासकों के संकेतों को मिटा देना चाहिए. उक्ताशय की बात सीएम प्रमोद सावंत ने 17 वीं शताब्दी में मराठा साम्राज्य की स्थापना करने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित एक समारोह में कही. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार राज्य की नई यात्रा की योजना बना रही है.
सीएम श्री सावंत ने आगे कहा कि कम से कम 60 साल बाद हमें पुर्तगालियों के संकेतों को मिटा देना चाहिए. आगे बढऩे का एक नया तरीका शुरू करने की जरूरत है. हम भारत की स्वतंत्रता का 75वां वर्ष मना रहे हैं. गोवा क्या करने जा रहा है. जब भारत 100 साल का जश्न मना रहा हो, हम अब उस बारे में सोच रहे हैं. उन्होंने कहा कि मराठा शासक ने सबसे पहले देश में स्वराज या स्वशासन का विचार रखा. सावंत ने दावा किया कि पुर्तगालियों ने गोवा में मंदिरों को नष्ट करना शुरू कर दिया और मराठों के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद यह प्रथा बंद हो गई. उन्होंने कहा कि पुर्तगाली अनिवार्य संधि मंदिरों को नष्ट नहीं करेंगे.