डॉ कविता परमार ने जिला परिषद के लिए अपना नामांकन प्रपत्र लिया
जमशेदपुर प्रखंड के अंतर्गत जिला परिषद संख्या 8 के लिए आरक्षित महिला सीट पर जहां एक ओर परंपरागत रूप से पतियों ने चुनावी कमान संभाल ली है । वहीं दूसरी ओर इस पंचायत चुनाव को एक नई ऊंचाई और आदर्श के रूप में स्थापित करने के लिए डॉ कविता परमार ने आज जिला परिषद के लिए अपना नामांकन प्रपत्र लिया है । डॉ कविता परमार पूर्व में राष्ट्रीय धातु प्रयोगशाला में जूनियर वैज्ञानिक के रूप में कार्य कर चुकी है और रांची स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर के पद पर कार्यरत थी। क्षेत्र में इनकी पहचान पर्यावरण व शिक्षाविद के साथ साथ समाजसेवी के रूप में है । विभिन्य सामाजिक और शैक्षणिक संगठनों से जुड़ कार्य कर रही है। कविता परमार का कहना है कि वे पंचायतों को ज्यादा शसक्त, पारदर्शी, जवाबदेह और स्वालंबी बनाने के उद्देश्य से यह चुनाव लड़ रही है । इसके साथ ही पंचायतों में महिला प्रतिनिधियों को उनका वास्तविक हक मिले सके इसको वे सुनिश्चित करना चाहती है । अभी तक पंचायतों में जनता की आवश्यक्ता अनुसार योजनाओं का चयन और उनका प्राथमिकीकरण नहीं हुवा है जिसके कारण समस्याएं आज भी विकराल रूप धारण किए हुए है । डॉ कविता परमार का कहना है कि रोड, नाला नाली के अलावा जो अन्य मुद्दें है जैसे महिला सशक्तिकरण, महिलाओं के लिए हुनर विकास, स्थानीय संसाधनों के माध्यम से आजीविका के स्रोत तलाशना, पर्यावरण व जल सरंक्षण, जल प्रबंधन, कचड़ा प्रबंधन, किशोरियों के लिए व्यक्तित्व विकास, युवाओं के लिए शैक्षणिक गतिविधि, बालिकाओं के लिए उच्च विद्यालय, स्वच्छता आदि इन मुद्दों पर काम करना जरूरी है ताकि परिषद क्षेत्र का स्थायी और समुचित विकास हो सके । नामांकन प्रपत्र लेने उनके साथ कभी संख्या में क्षेत्र की महिलाएं आयी हुई थी ।