स्पेशल रिपोर्ट
निजाम खान
जामताड़ा जिला के कुंडहित अंचल के अंचलाधिकारी नित्यानंद प्रसाद पर गंभीर आरोप लगा है।यह आरोप इनायतपुर गांव के महानतम मरांडी ने अंचलाधिकारी पर पक्षपात करने का आरोप लगाया है।उनका कहना है कि उन्होंने 6 जुलाई 2023 को लिखित रूप से आवेदन देकर अपना पक्ष रखने के लिए प्लॉट नंबर 533 के लिए गया था लेकिन श्री प्रसाद ने उन्हें डांट-डपट कर भगा दिया ।उनका कहना है कि उनका जो दीवार तथा तुलसी मंदिर है वह प्लॉट नंबर 533 पर है लेकिन बाबूलाल मरांडी ने 532 में बताया था जिसको लेकर अंचलाधिकारी के निर्देश पर दीवार को तोड़ दिया गया। उन्होंने अंचल अमीन मोतीलाल पर भी गंभीर आरोप लगाया है कि वह नापी में जानबूझकर गड़बड़ी किया है ।कहा कि इसको निजी अमीन से नापी करवाया गया था जिसमें यह जगह दाग नंबर 533 का ही निकला था।इस मामले पर अंचलाधिकारी नित्यानंद प्रसाद से दूरभाष के माध्यम से संपर्क करने का कोशिश किया गया लेकिन किसी कारणवश उन्होंने राष्ट्र संवाद का कॉल रिसीव नहीं किया ।वही महानतम मरांडी ने अंचल निरीक्षक धनंजय प्रसाद वर्मा , राजस्व कर्मचारी अशरफी पूजहर पर भी आरोप लगाया है।उनका कहना है कि अंचल निरीक्षक और राजस्व कर्मचारी के मौजूदगी में यह सब किया गया है।वही जब मामले को लेकर अंचल निरीक्षक धनंजय प्रसाद वर्मा से इस संबंध में बात किया गया तो उन्होंने कहा कि दीवार को शांतिपूर्ण तरीके से ध्वस्त कराया गया है ।समझा-बझाकर के किया गया है।कहा कि महानता मरांडी को यह भी बताया गया था कि अगर तोड़ने के बाद फिर से नापी करने पर आपका निकलता है तो आपका इसके बदले में बाबूलाल मरांडी द्वारा खर्चा दिया जाएगा। कहा कि विभागीय आदेश था इसका हम लोगों ने पालन किया ।वही अंचल अमीन मोतीलाल ने कहा कि वह दीवार दाग नंबर 532 पर ही था। कहा कि फाउंडेशन बनाने के समय उसको मना किया गया था कि आप दीवार मत बनाइए लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने दीवार का निर्माण कराया। अंचल अमीन ने कहा कि अगर मेरी नापी गड़बड़ी है तो जिस अमीन ने नापा है वह मेरे सामने नापी करें।वहीं राजस्व कर्मचारी अशरफी पुजहर से जब संपर्क करने का कोशिश किया गया उसका फोन से संपर्क नहीं हो पाया ।वही इस मामले को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव सह नाला विधानसभा के वरिष्ठ व कद्दावर नेता कन्हाई चंद्र माल पहाड़िया प्रशासन पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। श्री पहाड़िया ने कहा कि इन दिनों अंचल अधिकारी नित्यानंद प्रसाद के कार्यशैली से आम जनता काफी परेशान है।कहा कि यह सारे कायदे-कानून को ताक पर रख देते हैं और अपने कानून को चलाते हैं ।कहा कि सबसे पहले तो जमाबंदी पर तोड़ने का यह अंचलाधिकारी कोई आदेश नहीं दे सकता है। इसके बावजूद भी उन्होंने अपने आदेश से बुलडोजर लगाकर तोड़वा दिया। कहा कि इसमें कोर्ट का कोई आदेश नहीं है जो काफी निंदनीय बात है। कहा कि कानून को हाथ में लेने का अधिकार किसी को भी नहीं है तो यह फिर अंचल अधिकारी ऐसे कानून को हाथ में क्यों ले रहे हैं?कहा कि अंचलाधिकारी काफी मनमानी तरीके से अपना काम कर रहे हैं । कहा कि नोटिस में बाबूलाल मरांडी के द्वारा आवेदन में बताया गया है कि महानतम मरांडी रातों-रात उनके दाग नंबर 532 पर दीवार खड़ा कर दिया है ।कहा कि यह सबसे पहले तो झूठ ही नहीं बल्कि बहुत बड़ा झूठ है। कहा कि पक्का दीवार कोई रातों-रात कैसे निर्माण कर सकता है। यह पदाधिकारी को जांच करना चाहिए था। वही अंचल निरीक्षक धनंजय प्रसाद वर्मा के बातों पर कहा कि जो अंचल निरीक्षक श्री वर्मा ने कहा कि बाद में अगर महानतम मरांडी का जगह निकलता है तो उनको खर्चा दिया जाएगा ।कहा कि यह किस तरह का प्रशासन का कार्य है? कहा कि मामले की पूरी तरीके से जब अच्छी तरीके से जांच ही नहीं हो पाई ऐसे में कहीं न कहीं इस बात से लगता है कि प्रशासन भी जान रही है यह जमीन महानतम मरांडी का है। श्री पहाड़िया ने कहा कि दीवार के साथ-साथ तुलसी मंदिर को भी तोड़ा गया है जो काफी निंदनीय कार्य हुआ है।श्री पहाड़िया ने अंचलाधिकारी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इससे पहले भी कई मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा बिक्रमपुर पंचायत के बाघाशोला के सुबोध राय को अंचलाधिकारी के वजह से अपने घर का छत का सेंटरींग तथा बंधा हुआ छड़ को खोलना पड़ा था और लगभग 100 बोरा सीमेंट भी बर्बाद हुआ था।जिससे उनको काफी नुकसान का सामना करना पड़ा था।कहा कि यही नही चंद्रबाद में भी इनकी वजह से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। कहा कि अंचलाधिकारी कार्यशैली में अपनी सुधार लाए अन्यथा उनके विरुद्ध बहुत जल्द आंदोलन करने को बाध्य होंगे। श्री पहाड़िया ने जिले के वरीय पदाधिकारी से मामले की जांच कर अंचलाधिकारी, अंचल निरीक्षक, राजस्व कर्मचारी और अंचल अमीन पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।