● स्टूडेंट्स की मदद को पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने ट्वीट की थी मार्मिक अपील
● ट्वीट के बाद अभिनेता सोनू सूद ने भी मदद को बढ़ाये हाथ
● छात्र ने ट्वीट कर बताया वापसी की कवायदें शुरू हो गई है, अभिनेता सोनू सूद सहित कुणाल षाड़ंगी का जताया आभार
रूस से सटे किर्गिस्तान में बेकाबू कोरोना संक्रमण से वहाँ मेडिकल की पढ़ाई को गये हज़ारों भारतीय स्टूडेंट्स चिंतित हैं। बिहार-झारखंड सहित देश के विभिन्न राज्यों से लगभग तीन हज़ार स्टूडेंट्स वहाँ फँसे हुए हैं। इसमें बिहार और झारखंड से काफ़ी संख्या में स्टूडेंट्स शामिल हैं। कोरोना काल में उनके जीवन और मौत वाली स्थिति वहां बनी हुई है। बिहार-झारखंड के छात्रों ने मदद को लेकर कई बार ट्वीट और ई-मेल के ज़रिए सरकारों से गुहार लगाई थी लेकिन वापसी को लेकर कोई संतोषजनक आश्वासन नहीं मिला। भारत सरकार द्वारा विदेशों में फंसे भारतीयों को रेस्क्यू करने को चल रही वंदे मातरम मिशन से वापसी की अंतिम तारीख किर्गिस्तान सरकार ने 15 जुलाई निर्धारित कर रखी थी। वहां अनियंत्रित कोरोना संक्रमण और स्वास्थ्य संसाधनों की कमी को देखते हुए बाहरी छात्रों को होस्टल, रूम खाली करने का निर्देश है। छात्रों को वापसी के विकल्प न मिलने से वे अत्यधिक अवसादग्रस्त थें। केंद्र और राज्य सरकारों को भी अपनी बेबसी से अवगत कराने पर भी ससमय मदद न मिलने से हज़ारों भारतीय छात्र चिंतित हैं।
● स्टूडेंट्स की मदद को पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने ट्वीट की थी मार्मिक अपील
स्वदेश वापसी को लेकर चिंतित छात्रों ने सोशल मीडिया पर अभियान छेड़ा था। इसी कड़ी में सद्दाम खान नाम के एक छात्र ने झारखंड के पूर्व विधायक और भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी से भी इस मामले में प्रयास करने का आग्रह किया। छात्र के अनुसार झारखंड और बिहार से काफ़ी तादाद में मेडिकल स्टूडेंट्स किर्गिस्तान में फंसे हुए हैं। वहीं देशभर के लगभग तीन हज़ार छात्र भी फँसे हुए हैं। भारतीय छात्रों की चिंता पर संवेदनशीलता दिखाते हुए बीते मंगलवार 14 जुलाई को पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने छात्रों के मार्मिक अपील से जुड़े वीडियो संलग्न करते हुए ट्वीट किया था। पूर्व विधायक श्री षाड़ंगी ने अपने ट्वीट में किर्गिस्तान स्थित भारतीय दूतावास, विदेश मंत्रालय सहित झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को टैग करते हुए छात्रों की चिंता और उनके सकुशल वापसी के लिए निवेदन किया था। उन्होंने अपने ट्वीट में एक छात्र का मोबाइल नंबर भी शेयर किया था ताकि उनसे संपर्क किया जा सके। कुणाल षाड़ंगी के अनुसार झारखंड और बिहार से लगभग बीस से अधिक छात्र फँसे हुए हैं। इनमें से एक छात्र जमशेदपुर से भी हैं।
● ट्वीट के बाद अभिनेता सोनू सूद ने भी मदद को बढ़ाये हाथ
पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी की ट्वीट के अगले ही दिन रील और रियल लाइफ़ हीरो सोनू सूद ने भी इस मिशन पर कार्यारंभ कर दिया। बुधवार 15 जुलाई की शाम उन्होंने ट्वीट कर किर्गिस्तान में फँसे भारतीय मेडिकल स्टूडेंट्स को सूचित किया कि वे संबंधित जानकारियां ई-मेल करें ताकि रेस्क्यू सुनिश्चित कराई जा सके। उन्होंने स्टूडेंट्स को यह भी आश्वस्त किया की वापसी के दौरान किसी तरह के टिकट के शुल्क उनसे नहीं लिये जाएंगे।
● छात्र ने ट्वीट कर कुणाल षाड़ंगी, सोनू सूद का जताया आभार
शनिवार देर रात किर्गिस्तान में फँसे एक छात्र सद्दाम खान सहित कईयों ने ट्वीट कर अभिनेता सोनू सूद सहित पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी का आभार जताया। छात्र ने साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता रेखा मिश्रा का भी आभार जताया। छात्र ने लिखा कि आप सबों के प्रयास और सहयोग से रेस्क्यू की कवायदें शुरू हो गई है। बताया कि कुणाल षाड़ंगी सहित अन्य लोगों के संवेदनशील प्रयासों के बाद फ़िल्म अभिनेता सोनू सूद ने इस आशय में मदद सुनिश्चित करने का अभियान प्रारम्भ कर दिया है। छात्रों में अब उम्मीद जागृत हुई है कि जल्द ही उनकी वापसी संभव हो सकेगी।
● एमबीबीएस के लिए बड़ी संख्या में किर्गिस्तान जाते हैं बिहार-झारखंड के छात्र
बता दें कि रूस व किर्गिस्तान में भारत के काफी संख्या में छात्र-छात्राएं मेडिकल के लिए जाते हैं। इनमें बिहार और झारखंड से भी बड़ी संख्या में छात्र होते हैं। वहाँ उन्हें कम खर्च में एमबीबीएस की पढ़ाई करने की तमन्ना पूरी हो जाती है। ये छात्र-छात्राएं इस अवधि में एक या दो बार किसी तरह घर आते हैं। किर्गिस्तान में बेकाबू कोरोना संक्रमण से चिंतित हज़ारों मेडिकल छात्र घर आने के लिए चार माह से छटपटा रहे हैं। अब उन्हें उम्मीद जगी है कि जिम्मेदार लोगों के प्रयास से उनकी जल्द वापसी संभव हो सकेगी।