कपिल मिश्रा ने हेमंत सरकार को राज्य के लोगों की सुरक्षा देने में विफल बताया
भाजपा के फायर ब्रांड नेता कपिल मिश्रा रविवार को जमशेदपुर पहुंचे जहां हिंदू युवा वाहिनी जमशेदपुर महानगर शाखा की ओर से आयोजित हिंदू महा सम्मेलन में शिरकत की. इससे पूर्व मीडिया से बातचीत के क्रम में कपिल मिश्रा ने खुद के भाषणों पर दंगा भड़काने का लगे आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा उनकी भाषणों में हिंदुत्व की बात की जाती है, मगर कानून के दायरे में रहकर. मस्जिदों में अजान के लिए लाउडस्पीकर का प्रयोग लोगों को आगाह करने के लिए किया जाता था. तकनीक के जमाने में उसे अब मोबाइल पर ऐप के जरिए भी सुना जा सकता है. मगर पांच वक्त अजान कर ध्वनि प्रदूषण करने पर सुप्रीम कोर्ट ने भी आपत्ति जताई है. अगर अपने भाषणों में वे इसका विरोध करते हैं तो क्या गलत है. सड़कों पर नमाज पढ़ने की प्रथा बंद होनी चाहिए इससे लोगों को परेशानी होती है. मैं अगर इसका विरोध करता हूं तो क्या गलत करता हूं. सड़क सार्वजनिक होते हैं अगर दूसरे संप्रदाय के लोग भी मंगलवार गुरुवार या अन्य किसी वार को सड़क पर उतर कर अपने धार्मिक अनुष्ठान संपादित करें तो उसका विरोध क्यों फिर लोग कहां जाएंगे. संविधान में इसकी इजाजत नहीं है. राज्य के हालात पर भी कपिल मिश्रा ने खुलकर अपने विचार रखे और वर्तमान सरकार को राज्य के लोगों की सुरक्षा में विफल बताया. उन्होंने बताया कि राज्य के कई ऐसे जिले हैं जहां सुरक्षा देने में सरकार नाकाम साबित हो रही है. योगी सरकार के कार्यों की उन्होंने जमकर सराहना की और कहा पत्थरबाजों और दंगाइयों पर ऐसी ही कार्रवाई होनी चाहिए. रामनवमी पर दिल्ली, यूपी और झारखंड में हुए हिंसा मामले में जिस तरह से योगी सरकार ने उपद्रवियों पर शिकंजा कसा वह काबिले तारीफ है. ऐसी ही कार्रवाई दिल्ली और झारखंड सरकार को भी करनी चाहिए थी. देश में अभी आतंकी हमलों में कमी हुई है. दंगे नहीं के बराबर हो रहे हैं. मगर कुछ लोग दंगाइयों को हवा देने का प्रयास कर रहे हैं जिसका हर स्तर पर विरोध होना चाहिए.