जो अधिकारी यह सोच रहे हैं कि अभी गंदगी फैला लेंगे और 2024 तक रिटायरमेंट के बाद आराम की जिंदगी बसर करेंगे, तो यह उनकी भूल है : पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास
पिछले करीब ढाई वर्षों से बेमेल एवं स्वार्थबंधन में बंधी झारखंड सरकार शुरुआत से ही अंतर्द्वन्द्व एवं आपसी कलह से जूझ रही है। इसका परिणाम यह है कि राज्य में दो समानांतर सरकार चल रही है। एक सरकार ठगबंधन की और दूसरी सबसे ताकतवर नेताओं की मनपसंद नौकरशाही की सरकार। चाहे अवैध खनिज पट्टा हो या अपने मनपसंद लोगों को खनन का कार्य देना हो या कोई और अन्य कार्य, राज्य में चाटुकार अफसरशाही की झलक साफ दिखती है। लोकतंत्र में भाजपा ने हेमंत सरकार को ढाई वर्ष तक बिना किसी रोकटोक के सरकार चलाने दिया और कार्य करने दिया, कई मुद्दों पर आंदोलन के माध्यम से उन्हें जगाया। परंतु भ्रष्टाचार के दलदल में गले तक डूब चुकी हेमंत सरकार के काले कारनामे को जब पूर्व मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास जी ने उजागर किया तो हेमंत सोरेन जी राजनीतिक द्वेष एवं बौखलाहट में अपने अधिकारियों को गलत निर्णय लेने का दबाव बनाने में लगे हैं। फैसला ना मानने पर उनका तबादला किया जा रहा और प्रभार भी वापस लिए जा रहे हैं। इसके पहले भी, कई मामलों में पूर्व मुख्यमंत्री समेत सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं। पार्टी के बड़े नेताओं ने आशंका जताई है कि हेमंत सरकार पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा किये गए खुलासे से घबराकर उनके विरुद्ध राजनीतिक साजिश कर सकती है। परंतु हेमंत सरकार समेत पूरी झामुमो-कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ता, सरकार के भोंपू और सुपारी नेताओं को यह स्मरण रखना चाहिए कि राजनीतिक राग, द्वेष एवं पॉलिटिकल वैंडटा पर आधरित झूठ का पुलिंदा रूपी किसी भी षड्यंत्र में हम भाजपा कार्यकर्ता राज्य में सुशासन एवं सशक्त नेतृत्व स्थापित कर प्रदेश को नई दिशा देने वाले विकास पुरूष पूर्व मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास जी के साथ चट्टान की भांति साथ खड़े है एवं राज्य के चाटुकार अफसरों को चेतावनी भी देते है कि वो राजनीतिक पक्षपात से दूर अपने संवैधानिक कर्तव्यों का पालन करें, क्योंकि सत्ता अभी तक किसी की स्थाई नही हुई है। और अगर नेतागण भूल गए हैं तो अधिकारियों को यह बात अच्छी तरह से याद रखनी चाहिए जब पूर्व मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास जी ने कहा था – “जो अधिकारी यह सोच रहे हैं कि अभी गंदगी फैला लेंगे और 2024 तक रिटायरमेंट के बाद आराम की जिंदगी बसर करेंगे, तो यह उनकी भूल है। सभी की जिम्मेदारी तय की जायेगी”। भाजपा कार्यकर्ताओं के धैर्य की परीक्षा ना लें सरकार। वक्त आने पर बता देंगे तुझे….. हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में है।