निजाम खान
■ *राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत पशुओं में होने वाले खुरपका एवं मुंहपका बीमारी से बचाने हेतु टीकाकरण कार्यक्रम का शुभारम्भ उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी श्री फ़ैज अक अहमद मुमताज (भा.प्र.से.) के द्वारा जिला पशुपालन कार्यालय जामताड़ा में सम्पन्न*
■ *पशुपालकों को टीकाकरण एवं यूआईडी टैग की जागरूकता हेतु प्रचार वाहन को उपायुक्त ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना।*
■ *”अपने आधार एवं मोबाइल नंबर की सहायता से पशुओं को पंजीकृत कराते हुए टैगिंग एवं टीकाकरण करवाएं पशुपालक”:- श्री फैज अक अहमद मुमताज(भा.प्र.से.), उपायुक्त जामताड़ा।*
■ *वर्ष में दो बार प्रत्येक छ: माह में पशुओं बीमारी से बचाने हेतु लगाया जाएगा टीका*
राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत आज दिनांक 22 अक्टूबर 2020 को उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी श्री फ़ैज अक अहमद मुमताज (भा.प्र.से.) जामताड़ा के द्वारा पशुओं के टैगिंग एवं टीकाकरण कार्यक्रम का शुभारंभ जिला पशुपालन कार्यालय जामताड़ा में किया गया।
*प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर किया गया रवाना*
इस मौके पर उपायुक्त द्वारा कार्यक्रम के वृहद प्रचार प्रसार हेतु प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह प्रचार वाहन जिले के प्रत्येक प्रखंड तथा पंचायतों में जाकर पशुपालकों को जागरूक करेगी।
*प्राप्त लक्ष्य के अनुरूप पशुओं का टैगिंग एवं टीकाकरण कार्य होगा*
जिला पशुपालन पदाधिकारी डाॅ इन्दुभूषण सिन्हा ने उपायुक्त को बताया कि राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत जामताड़ा जिले के 4 लाख 31 हजार 546 गायों, 20 हजार 420 भैंस, 38 हजार 364 भेड़ तथा 2 लाख 56 हजार 929 बकरी प्रजाति के पशुओं को 12 अंकों का यूआईडी टैग लगाकर इनाफ पोर्टल पर डाटा प्रविष्टि कर वर्ष में दो बार 6 माह के अंतराल पर एफएमडी टीकाकरण करने का लक्ष्य प्राप्त है।
उपायुक्त जामताड़ा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में जिले के पशुपालकों से अपील किया गया कि सभी अपने आधार व मोबाईल नंबर से अपने पशुओं को पंजीकृत कराते हुए टैगिंग एवं टीकाकरण करवाएं। इस कार्य हेतु विभाग द्वारा प्रत्येक पंचायत के लिए टीकाकरण कर्मी को चयनित किया गया है सभी टीकाकरण कर्मी जिला अंतर्गत सभी पशुपालकों के घर-घर जाकर पशुपालकों से संपर्क स्थापित कर पंजीकरण एवं टीकाकरण का कार्य करेंगे। बताया कि एनएडीसीपी कार्यक्रम भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसके तहत पूरा कार्यक्रम निःशुल्क है। पशुपालकों को किसी प्रकार का शुल्क भुगतान नहीं करना होगा। इस कार्यक्रम की सफलता व आपके पशुओं की सुरक्षा हेतु जिले के पशुपालकों का सहयोग अपेक्षित है।
*टीकाकरण कर्मियों के बीच उपायुक्त ने किया सामग्रियों का वितरण*
कार्यक्रम में उपायुक्त द्वारा उपस्थित टीकाकरण कर्मियों को कोल्ड चैन मेंनटेन करते हुए एफएमडी टीका, कोल्ड बाक्स, टैग, टैग मशीन, सिरींग, नीडल का वितरण किया गया वहीं उपायुक्त की मौजूदगी में एक पशु का टैगिंग एवं टीकाकरण करके डेमो दिखाया गया।
इस अवसर पर जिला पशुपालन पदाधिकारी डाॅ इन्दुभूषण सिन्हा,जिला नोडल पदाधिकारी डॉ अरुण कुमार पाण्डेय, डॉ मनोज सिंह, डॉ प्रेमचंद साव, सहित पशुपालन विभाग के कर्मी व अन्य मौजूद थे।