Jamshedpur :सामाजिक कार्यकर्ता चंदन यादव ने पेश की मानवता
पिछले दिनों रात्रि 11:30 से 12:00 के बीच में एक फोन बिरसानगर वन बी के रहने वाले सुखराम पुराण की धर्मपत्नी रोटी-रोटी रहती है भैया मेरे पति को बचा लीजिए मेरे बच्चे अनाथ हो जाए मेरे पति को जोंडिस हो गया है लिवर में जौंडिस पकड़ लिया है मैं डर-डर 2 दिन से भटक रही हूं मेरे को कोई मदद नहीं किया है
ना ही कर रहा है मेरे छोटे-छोटे मासूम बच्चे हम लोग बहुत गरीब आदमी है भैया आपका नंबर किसी व्यक्ति से मिला है मेरे सुहाग को बचा लीजिए मेरे हमने इतना सुनकर रात्रि तुरंत ऑन द स्पॉट पहुंचते हैं सुखराम राव जी का हाल-चाल जानते हैं और उनको एंबुलेंस की व्यवस्था कर कर तुरंत ऑन द स्पॉट रिम्स भेजते हैं
परिवार के हाथ में ₹5000 और ₹5000 एंबुलेंस वाला को देते हैं और रिम्स में भी डॉक्टर से बात करके इनकम बढ़िया से बढ़िया इलाज हो उत्तम इलाज हो ताकि फिर से यह अपने बच्चों के बीच में खुशी बातें पर सवाल उठता है निजी विधायक से सवाल उठता है चुनाव में दिखने वाले मेंढक वाले नेताओं से मेंढक की तरह नेताओं से सवाल उठता है
संसद से की क्या गरीब पीछे पंक्ति के रहने वाले लोग का कोई नहीं हमारा लाइव वीडियो भी चल रहा है और हम तस्वीर बदलने की बात करते हैं हम ऐसे लोगों का साथ देते हैं जो आज भी जिनके लिए झारखंड अलग हुआ उनका उनका हक नहीं मिला