जुगसलाई कांड की गुत्थी सुलझाने के करीब जमशेदपुर पुलिस
अनुप्रिया चौबे
जुगसलाई प्रेमी युगल कांड मे जमशेदपुर पुलिस पहुंची खुलासे की ओर पकड़े गए दोस्त ने कहा कि जुगसलाई पार्क में 1:30 बजे रात को दोस्त को छोड़ा था । साथ ही साथ उसने सरोज उपाध्याय के बारे में यह कहकर सबको चौंका दिया है कि सरोज उपाध्याय आर्म्स रखता था । ज्ञात हो कि , जुगसलाई थानांतर्गत टाटा पिग्मेंट के पास बने पार्क में बुधवार की सुबह एक युवक व एक युवती की लाश बरामद की गई । दोनो की मौत सिर पर गोली लगने से हुई है । यह मामला हत्या है या आत्महत्या यह अब तक साफ नहीं हो पाया है । युवक और युवती के परिवार वालों का कहना है कि उनके बच्चों की हत्या की गई हैं और उन्होंने हत्या का मामला दर्ज कराया है ।
युवक की पहचान सरोज उपाध्याय (20) बागबेड़ा लाल बिल्डिंग निवासी के रूप में की गयी, जबकि युवती सिमरन कुमारी (17) बागबेड़ा रिवर व्यू कॉलोनी की रहने वाली थी । दोनों के सिर से गोली आर-पार हो गयी है । पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम के दौरान दोनों के सिर से एक भी गोली बरामद नहीं हुई । दोनों को एक-एक ही गोली लगी है ।
पुलिस ने घटना स्थल से सरोज का मोबाइल फोन भी बरामद किया है । साथ ही युवती के हाथ में पिस्तौल बरामद किए गए हैं । लाशों के 4 फीट के दायरे में गोलियों के तीन खोखे बरामद किए गए हैं जिससे यह साफ पता चलता है कि पिस्तौल से तीन गोलियां चलाई गई है जमीन पर युवक चित गिरा हुआ है वहीं युवती पेट के बल पड़ी हुई है । युवती की लाश युवक के बाएं हाथ के ऊपर गिरी हुई है जिससे यह साफ पता चलता है कि पहले गोली युवक को लगी उसके बाद ही युवती को ।
दोनों परिवार के लोगों ने जुगसलाई थाना में हत्या का मामला दर्ज कराया है । घटना के बाद जुगसलाई थाना प्रभारी समेत सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट, डीएसपी लॉ एंड अॉर्डर मौके पर पहुंचे और हर बिंदु पर जांच की ।बुधवार की सुबह पार्क में मार्निंग वॉक करने पहुंचे लोगों ने दोनों शवों को देखा और पुलिस को सूचना दी । युवक व युवती की पहचान होने के बाद पुलिस ने परिवार के लोगों को जानकारी दी । दोनों परिवार के लोगों ने शव की शिनाख्त की, इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया ।
सरोज बागबेड़ा के लाल बिल्डिंग (क्वार्टर नंबर 506) के पास का रहने वाला था । उसके पिता दीपेंद्र उपाध्याय का बोरिंग का कारोबार है । सरोज का बड़ा भाई मुकेश उपाध्याय गोड्डा थाना में दारोगा है । सरोज को-ऑपरेटिव कॉलेज में बीए पार्ट-2 का छात्र था । वह पुलिस सेवा में जाने की तैयारी कर रहा था । वहीं युवती सिमरन बागबेड़ा के बड़ौदा घाट स्थित रेलवे रिवर व्यू कॉलोनी की रहने वाली थी. सिमरन के पिता राकेश कुमार सिग्नल एंड टेलीकम्युनिकेशन विभाग में काम करते हैं । और वह दयानंद पब्लिक स्कूल में 10 वीं की छात्रा थी । पकड़ाए गए दोस्त के अनुवाद सिमरन रात को ही घर से निकल कर सरोज के पास आ गई थी । तभी सरोज ने अनीश को फोन करके बुलाया था ।
बहरहाल जमशेदपुर पुलिस के लिए चुनौती खड़ा करने वाली ये लोभ हर्ष घटना की गुत्थी सुलझाने के करीब पुलिस पहुंच चुकी है देखना यह है कि मामला आत्महत्या का है या हत्या का