सुमन झा की रिपोर्ट
खगरिया :एक तरफ जहां मोदी सरकार स्वच्छता अभियान पर लाखों करोड़ों रुपए खर्च कर रही है वहीं दूसरी ओर धरातल पर कुछ और ही नजर आता है। जिसे देखकर यह कहने में कोई संकोच नहीं होगा कि लोगों के द्वारा स्वच्छता अभियान की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। मामला खगड़िया सदर प्रखंड क्षेत्र के बेला सिमरी पंचायत का है जहाँ अनेकों ऐसे वार्ड है जहां सड़क किनारे कचड़े का ढेर लगा पड़ा है। स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि मोटरसाइकिल, साईकल इत्यादि की बात तो दूर लोग इस रास्ते से पैदल भी सफर नही करना चाहते हैं। बताया जा रहा है कि साफ़ सफाई नही होने के कारण यहाँ की यह स्थिति बन गई है वहीं लोगों में हैजा,डायरिया इत्यादि जैसे गंभीर बीमारियां से ग्रसित होने का भी खतरा पनप रहा है। राष्ट्र संवाद के संवाददाता जब खबर संकलन हेतु इधर से गुजर रहे थे तो उन्होंने वहां का दृश्य देखकर स्थानीय मुखिया अनिल कुमार उर्फ सुगन महतो से वार्ड में हो रहे साफ सफाई को लेकर वार्ता किया। जिस दौरान मुखिया जी ने बताया कि महीन 2 महीने में हम यहाँ की सफाई करवा देते हैं। वहीं स्थानीय वार्ड सदस्य ने बताया कि इस कचड़ा फैलाने में ग्रामीणों का मुख्य योगदान है जो कि घर का कचड़ा सड़क पर उठा कर फेंक दिया करते हैं, बाद में उसी कचड़े से राहगीरों व स्थानीय लोगों को परेशानी होती है। बतातें चलें कि कचड़े की अंबार से आ रही दुर्गंध गॉव के कोने कोने तक फ़ैली रहती है वहीं स्थानीय मुखिया के द्वारा साफ सफाई के नाम पर खानापूर्ति किया जाता है। स्थानीय लोगों की मानें तो सरकार के द्वारा साफ सफाई के लिए समुचित राशि दी जाती है फिर भी पंचायत की स्थिति बद से बदतर हो रखी है और स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि मुखिया जी गांव में बहुत कम रहते हैं।