“ टाटा जयनगर वाया दरभंगा ट्रेन नहीं तो सांसद को वोट नहीं”
विद्याप्ति परिषद बागबेड़ा के प्रांगण में विद्यापति परिषद बागबेड़ा के कार्यकारिणी एवं वरिष्ठ मिथलांचल निवासियों की बैठक हुई।
संज्ञान हो कि 22 सितंबर 2024 को भारतीय रेलवे द्वारा टाटा से जयनगर वाया दरभंगा ट्रेन परिचालन की घोषणा हुई थी। जिसमे ट्रेन परिचालन का दिन एवं समय सब अंकित था। लेकिन उसके उपरांत कई ट्रेन ( जैसे टाटा बक्सर और टाटा आरा) की घोषणा हुई पर टाटा जयनगर ट्रेन के परिचालन संबंधित विषय पर कोई चर्चा नहीं है।
जिसपर पिछले कई दिनों से जमशेदपुर और आसपास के छेत्र के मिथिलावासी(जिनकी संख्या लगभग दो लाख से ज़ादा है) निराश है और भड़के हुए हैं। उनका मानना है कि पिछले 20 25 सालों से हमारी ट्रेन की माँग पर किसी सांसद ने धयान नहीं दिया है। जबकि मिथिला के हर कार्यक्रम में सांसद और विधायकों को आमंत्रित किया गया उनको सम्मान दिया गया और ट्रेन संबंधित माँग भी उनके समक्ष रखी गई। ख़ासकर पूर्वी सिंहभूम के सांसद ने पूरा भरोसा दिलाया था कि इस साल मिथिला बासियों को टाटा जयनगर ट्रेन की सौग़ात ज़रूरत मिलेगी।
जिसके उपरांत विद्यापति परिषद बागबेड़ा के अध्यक्ष अनूप मिश्रा उर्फ़ ज्योति के अध्यक्षता में विरोध दर्ज करने के लिए एवं ट्रेन के लिये आगे के कार्यक्रम हेतु बैठक का आयोजन हुआ ।
बैठक में अपने विचारों को रखते हुए संस्था के वरिष्ठ सदस्य बागबेड़ा निवासी अशोक चौधरी ने कहा कि आज मिथिलावासी अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहा है। और सांसद महोदय के आश्वाशन के उपरांत भी हमे निराशा ही हाथ लगा है। जुगसलाई के बिनोद झा ने कहा कि अब खुलकर अपने निराशा को व्यक्त करने का समय आ गया है और कहा कि जबतक ट्रेन नहीं दिया जाता तब तक किसी भी सांसद या विधायक का स्वागत या कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया जाना चाहिए। सोनारी के अखिलेश झाँ ने अपने अभिभाषण में कहा की सभी मैथिल संस्थाओं से संपर्क साध कर सुनियोजित तरीक़े से काम करने की ज़रूरत है। हरारगुट्ठू निवासी अशोक मिश्रा ने इस बैठक के आयोजन के लिए धन्यवाद दिया और लड़ाई अंत तक लड़ने की बात की। आदित्यपुर के निलेश झा ने इस लड़ाई में हर संभव मदद की बात की। बिष्टुपुर निवासी आकाश चंद्र मिश्रा ने इस कार्यक्रम को जमशेदपुर के विभिन्न छैत्र में चालाने की बात की और कहा कि इसबार चरणबद्ध तरीक़े से सांसद का विरोध किया जाना चाहिए।
बैठक में निम्नलिखित विषय पर सहमति बनी –
1) टाटा जयनगर वाया दरभंगा ट्रेन नहीं तो सांसद को वोट नहीं ।
2) मिथिला वसियों के सभी संस्थाओं जैसे मिथिला सांस्कृतिक परिषद, लक्ष्मीनाथ गोस्वामी संस्था, अंतर्रास्त्रीय मिथिला परिषद, ललित नारायण संस्था आदि से संपर्क कर समन्वय या संघर्ष समिति के माध्यम से अपने आगे का मार्ग प्रशस्त करना।
3) सभी संस्थाओं के साथ अगली बैठक दिनांक 5 मार्च दिन मंगलवार को संध्या 5 बजे स्थान विद्यापति परिषद में करने पर सहमति बनी।
4) समन्वय या संघर्ष समिति बनने के उपरांत जमशेदपुर के बाँकी जगहों पर “ट्रेन नहीं तो सांसद को वोट नहीं”कार्यक्रम चलाया जाएगा।
5) जब तक ट्रेन नहीं तब तक विद्यापति परिषद बागबेड़ा के कार्यक्रम में सांसद महोदय एवं विधायक महोदय को आमंत्रित नहीं किया जाएगा।
धन्यवाद ज्ञापन विद्यापति परिषद के महासचिव अखिलेश मिश्र ने किया।
बैठक में निम्नलिखित लोग उपस्थित थे। अध्यक्ष अनूप मिश्रा, महासचिव अखिलेश मिश्र, गोपाल झा, आकाश मिश्रा, अशोक चौधरी, हरिमोहन झा, बिनोद झाँ, अखिलेश झा, उमाकान्त झाँ, अशोक मिश्रा, निलेश झाँ, चंद्रशेखर मिश्रा, अवधेश मिश्रा, राकेश झाँ, संजीत मिश्रा, संजय कुमार झा, संजय मंडल, कन्हैया मिश्रा आदि।