पटना ,बिहार :बिहार भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधायक मनोज शर्मा ने बयान जारी करते हुए कहा कि सरकार नही चेती तो, बिजली को लेकर बड़ा आंदोलन करेगी बिहार की जनता कहते हैं जब अंत समय आता है तो पहले विवेक मर जाता है.. शायद नीतीश सरकार के लिए यह अंतिम दौर है और इस अंतिम दौर में उनका विवेक समाप्त हो गया है। पिछले 7-8 सालों से जिस तरह से नीतीश कुमार निरंकुश हुए हैं, अव्यवहारिक हुए हैं, विकास को तवज्जो नहीं दे रहे हैं, ऐसे में बिहार की जनता उकता गई है, जनता परेशान हो रही है। कटिहार के बारसोई में जो घटना हुई है वह सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है। सरकार को आत्मनिरीक्षण कर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जबतक भाजपा के साथ रहे तबतक उन्होंने बिहार के विकास पर ध्यान दिया, हर क्षेत्र में किस तरह से विकास हो और सरकार की जो सुविधाएं हैं वह जनता तक सरल और सुगम तरीके से पहुंचे, इस पर फोकस किया। लेकिन, पिछले 7-8 सालों से नीतीश कुमार ने अपना ट्रैक चेंज कर लिया है और बिहार के विकास को उन्होंने दरकिनार करके अपने विकास और लालू यादव के परिवार के विकास पर ज्यादा फोकस कर लिया है। यही वजह है की बिहार की चरमराई व्यवस्था को लेकर जब लोग आवाज उठा रहे हैं तो बिहार की निरंकुश सरकार उन पर गोली चलवा रही है लाठी चलवा रही है।
बिजली की समस्या को लेकर बिहार की जनता ने आंदोलन का मूड बना लिया है। सिर्फ कटिहार के बारसोई में बिजली कटौती हो रही है ऐसा नहीं है। पूरे बिहार की कमोबेश यही हालत है। हर जगह कई कई घंटों तक बिजली की कटौती हो रही है। बिजली कटने की वजह से लोग जब बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों के पास शिकायत कर रहे हैं तो उन्हें वहां से भगा दिया जा रहा है। जूनियर इंजीनियर, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर लोगों की बात नहीं सुन रहे हैं। पूरा विभाग रामभरोसे चल रहा है। ऐसे में यदि सरकार तुरंत नहीं चेती तो पूरे बिहार में बिजली को लेकर लोग बड़ा आंदोलन करेंगे और यह आंदोलन कितना भयावह होगा कि सरकार उसका अनुमान भी नहीं लगा सकती है।
जब नीतीश कुमार भाजपा के साथ थे तो, बिहार में बिजली नाममात्र की कटती थी। लोग बिजली से खुश थे। लेकिन, महागठबंधन की नीतीश सरकार की नियमावली और जर्जर व्यवस्था ने पूरी बिजली विभाग को ध्वस्त कर दिया है। पुराने इंस्टॉलेशन के कारण बिजली की समस्या बनी हुई है। इसके अलावा शहरी क्षेत्रों में जिस तरह से स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं उससे विभाग अवैध वसूली कर रहा है। अब लोगों का बिजली बिल दुगुना हो गया है। ऐसे में बिजली को लेकर लोगों के अंदर गुस्सा है और यही वजह है कि लोग अब बिजली को लेकर सड़क पर उतर रहे हैं, आंदोलन कर रहे हैं। कटिहार बारसोई की घटना इसी वजह से हुई है।