गढ़वा : जिले के कांडी प्रखण्ड क्षेत्र अंतर्गत लमारी कला पंचायत में निर्माणाधीन बाईं बाकी सिंचाई नहर के संवेदक द्वारा भारी अनियमितता व लापरवाही बरती गई है। सबुआं व हरिगावां गांव की दोहर से निकले वाला बारिश के पानी के लिए कोई निकास नहीं बनाया गया है। हास्यपद तो यह कि सबुआं गांव की ओर से पानी निकलने के लिए पूर्व बने पुलिया को भी बंद कर दिया गया है। इस संबंध में पतहरिया गांव के दर्जनों ग्रामीणों ने मंगलवार को मीडिया के माध्यम से उतपन्न समस्या से निजात दिलाने के लिए वरीय पदाधिकारियों से मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि सबुआं गांव से बरसात का पानी नहर के नीचे से पुलिया के माध्यम से पतहरिया गांव में आता था।
विगत वर्ष नहर के संवेदक द्वारा पुलिया पर 150 फिट चौड़ा व 50 फिट ऊंचा मिट्टी डाल दिया गया, जिससे पुलिया पूर्ण रूप से बन्द हो गया। पुराने नहर की चौड़ाई केवल 70 फिट थी, जहां अभी 150 से 200 फिट कर दिया गया है। नए नहर निर्माण के समय पतहरिया गांव के कुछ ग्रामीणों ने इसका विरोध भी किया की हमारी खेतों में आने वाला पानी बंद हो जायेगा। तब संवेदक के आदमियों द्वारा केस करने की धमकी दी गई। अभी नहर के स्लैब व मिट्टी गिर कर पुल पूरी तरह बंद हो गया। उससे पानी को आहर में नहीं आने से 3 से 4 हजार क्विंटल धान का नुकसान हो रहा है। नहर के उस तरफ सबुआ गांव में जमीन डूबी हुई है। ज्यादा बरसात होने पर और भी नुकसान होने की संभावना है।
खास बात तो यह कि नहर का निर्माण हुए कुछ ही महीने तो हुए हैं, जो जगह-जगह टूटते-फटते दिखाई दे रहा है। मौके पर शशि कुमार पांडेय, विनोद कुमार पांडेय, राकेश पांडेय, मनोज पांडेय, निशांत कुमार मिश्र, चन्दन कुमार मिश्र, कौशल कुमार, ओम प्रकाश पांडेय, यश कुमार पांडेय, पंकज पांडेय, दीपक कुमार पांडेय, बिट्टू पांडेय, प्रकाश पाण्डेय आदी लोग उपस्थित थे।